IAS Success Story: एक महिला ने कहा तुम कही की कलेक्टर हो क्या? प्रियंका शुक्ला को लगा इतना बुरा की डॉक्टरी छोड़ बन गई आईएएस
IAS Success Story Of Priyanka Shukla: कभी- कभी ताना उलाहना देना भी सामने वाले के लिए फायदेमंद साबित हो जाता है। आमतौर पर ताना तो इसलिए दिया जाता है कि सामने वाले व्यक्ति को मानसिक तौर पर आहत किया जाए। लेकिन कई लोग इस ताने को सीरियसली ले लेते हैं और मन में संकल्प कर वह बन जाते हैं इसके विषय में उन्होंने कभी शायद सोचा भी नहीं होगा। ऐसी ही एक आईएएस अफसर प्रियंका शुक्ला (IAS Priyanka Shukla) है। जिन्होंने ताने से आहत होकर डॉक्टरी छोड़ दी और आईएएस अफसर बन गई। आइए जाने प्रियंका शुक्ला के संबंध में कुछ अहम बातें।
स्लम एरिया में आया नया मोड़
प्रियंका शुक्ला एक डॉक्टर (IAS Priyanka Shukla MBBS Doctor) )है। एमबीबीएस की पढ़ाई करने के बाद डॉक्टर बन गई और लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण करने स्लम एरिया गई हुई थी। जहां पर उनके जीवन का वह मोड़ आया कि उन्होंने डॉक्टरी छोड़ने का निर्णय लिया। और आईएएस बनने के लिए यूपीएससी परीक्षा पास करने की तैयारी में जुट गई।
बताया जाता है कि प्रियंका शुक्ला एक बार एरिया में चेकअप करने गई थी। वहां पर उन्होंने देखा कहीं कुछ महिलाएं गंदा पानी पी रही हैं और अपने बच्चों को भी पिला रही हैं। इस पर उन्होंने महिलाओं को टोका। लेकिन इसी बीच एक महिला ने उसे कह दिया कि हमें जो करना होगा हम करेंगे। तुम हमें रोक नहीं सकती हो क्या तुम कहीं की कलेक्टर हो।
कहा जाता है कि प्रियंका शुक्ला को यह बात नागवार गुजरी। उन्हें लगा होगा कि शायद वह कलेक्टर होती तो इन लोगों को गलत काम करने से रोक सकती थी। इसके बाद उन्होंने आईएएस बनने का सपना मन में लिए घर पहुंची और डॉक्टरी से इस्तीफा दे दिया।
दूसरी बार मिली सफलता
यूपीएससी की तैयारी में लगी प्रियंका शुक्ला को दूसरी बार परीक्षा देने के बाद सफलता मिली। लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी जब पहली बार यूपीएससी (UPSC Exam Pass IAS Priyanka Shukla) की परीक्षा में शामिल हुए लेकिन क्वालीफाई नहीं कर पाए। ऐसे में उन्होंने तैयारी करना नहीं छोड़ा और एक दिन ऐसा आया कि वह आईएएस अफसर बन बन गई।
प्रियंका शुक्ला आईएएस बनने के बाद भी लोगो के सेवा की रुचि कम नहीं हुई। वह आज भी अपने क्षेत्र में लोगों की विशेष सेवा करती हैं। उन्हें राष्ट्रपति से सम्मान भी मिल चुका है। छत्तीसगढ़ के कई जिलों में वह कलेक्टर रह चुके हैं।