IAF To Retire MiG-21: 30 सितंबर तक रिटायर होंगे वायु सेना के मिग-21 विमान, इस वजह से लिए जा रहे निर्णय
IAF To Retire MiG-21: एयर फोर्स मिग-21 बाइसन विमानों वाले श्रीनगर एयरबेस के 51 स्क्वाड्रन को रिटायर करने की तैयारी भारतीय वायु सेना (Indian Airforce) कर रही है और सब कुछ ठीक रहा तो 30 सितंबर तक इस विमान की सेवा समाप्त की जा सकती है।
2025 तक पूरी तरह से हटेगा यह विमान
जो खबरे आ रही उस के तहत सितंबर 2022 के बाद वायु सेना के पास मिग-21 बाइसन के केवल तीन स्क्वाड्रन बचे रहेंगे, जिनमें से एक को हर साल रिटायर किया जाएगा। यानी 2025 में मिग-21 का बेड़ा पूरी तरह से खाली हो जाएगा।
ऐसे लिया गया निर्णय
यह फैसला फ्लाइट सेफ्टी को सुनिश्चित करने के लिए बेहद अहम माना जा रहा है, जिसे जनवरी 2021 से लेकर बाड़मेर में गुरुवार को हुए हादसे के कारण लिया गया।
बालाकोट में मिग-16 ने मचाई थी तबाही
मिग-16 लडाकू विमान (MIG-21 Fighter Plane) उस समय चर्चा में आ गया था जब वह पाकिस्तान के बालाकोट में जमकर तबाही मचाई थी। दरअसल श्रीनगर एयरबेस पर बना यह स्क्वाड्रन फरवरी 2019 में पाकिस्तान के बालाकोट ही नहीं वायु सेना के एफ-16 विमान को मार गिराया था। यह वही स्क्वाड्रन है, जिसे एमआईजी-21 विंग कमांडर अभिनंदन उड़ा रहे थे।
लगातार हो रहे हादसे
दरअसल हाल ही में राजस्थान के बाड़मेर में एमआईजी क्रैश हो गया था, आधा किमी तक इसका मलबा फैला हुआ था, वहीं विंग कमांडर राणा, फ्लाइट लेफ्टिनेंट अद्वितीय ने उत्तरलाई से उड़ान भरी थी, विमान हादसे में दो पायलटों की जान चली गई।
इस दुर्घटना ने एक बार फिर भारतीय वायुसेना के बेड़े में सोवियत मूल के मिग-21 विमानों की खामियों को उजागर कर दिया है। भारतीय वायु सेना में 1960 के दशक की शुरुआत में शामिल होने के बाद से मिग-21 के साथ लगभग 200 दुर्घटनाएं हो चुकी हैं। इनमें से करीब 500 फाइटर जेट क्रैश हो चुके हैं। इन हादसों में 200 से ज्यादा पायलट्स व 56 आम लोगों को जान गंवानी पड़ी।