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भयावह हादसा: ट्रैक पर पड़ा सब्बल 110 किमी/घंटे की रफ़्तार से दौड़ रही ट्रेन की खिड़की तोड़कर अंदर घुसा, विंडो सीट पर बैठे पैसेंजर के आर-पार हुआ, मौके पर मौत

Aaryan Puneet Dwivedi | रीवा रियासत
2 Dec 2022 10:15 PM IST
Updated: 2022-12-02 16:52:40
neelachal express accident
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नीलांचल एक्सप्रेस ट्रेन में एक भयावह हादसा हुआ है. रेलवे ट्रैक पर पड़ा सब्बल ट्रेन की खिड़की तोड़ते हुए विंडो सीट पर बैठे एक पैसेंजर के आर पार निकल गया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई है.

उत्तरप्रदेश के अलीगढ़ में नीलांचल एक्सप्रेस ट्रेन में एक भयावह हादसा हुआ है. रेलवे ट्रैक पर पड़ा सब्बल ट्रेन की खिड़की तोड़ते हुए विंडो सीट पर बैठे एक पैसेंजर के आर पार निकल गया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई है.

बताया जा रहा है कि घटना के दौरान ट्रेन की रफ़्तार लगभग 110 किमी प्रति घंटा की रही है. यह भयावह घटना डाबर-सोमना रेलवे स्टेशन के बीच घटित हुई है. इस भयावह हादसे के बाद पूरे कम्पार्टमेंट में चीख-पुकार और भगदड़ मच गई.

मामला अलीगढ़ में डाबर-सोमना स्टेशन के बीच शुक्रवार को घटित हुई है. बताया जा रहा है कि रेलवे ट्रैक पर एक सब्बल पड़ा हुआ था. इसी दौरान नीलांचल एक्सप्रेस इस ट्रैक से गुजर रही थी. सब्बल उछलकर ट्रेन की खिड़की तोड़ते हुए विंडो सीट पर बैठे हरिकेश दुबे नामक पैसेंजर के गले के आर पार हो गया.

घर जाने के लिए दिल्ली से रवाना हुआ था मृतक

रेलवे के मुताबिक़ हादसे में जान गवाने वाले हरिकेश दुबे सुल्तानपुर के गोपीनाथपुर गांव के रहने वाले थें. वे एक मोबाइल टावर से जुडी एक निजी कम्पनी में बतौर टेक्नीशियन काम करते थें. गुरुवार को वे घर जाने के लिए दिल्ली से सुल्तानपुर के लिए रवाना हुए थे. इस दौरान वे ट्रेन में ही हादसे का शिकार हो गए.

महिला यात्री बाल बाल बची

सब्बल हरिकेश के गले के आरपार होते हुए कम्पार्टमेंट के दूसरी और जा धंसा. जनरल बोगी होने की वजह से कम्पार्टमेंट पूरी तरह से भरा हुआ था. दूसरी तरफ एक महिला यात्री के सर के ठीक ऊपर निकल गया. हांलाकि उस महिला को किसी भी तरह का कोई नुकसान नहीं हुआ. लेकिन इस हादसे के बाद कम्पार्टमेंट में भगदड़ जरूर मच गई.

चेन खींचकर ट्रेन रोका

हरिकेश दुबे की मौके पर ही मौत हो गई. और उनके शरीर का खून पूरे कम्पार्टमेंट में तेजी से फैल गया. यह इतना वीभत्स हादसा था, जिसने भी देखा उसकी रूह तक काँप उठी. बताया जा रहा है मृतक हरिकेश जिस स्थिति में हादसे के पहले बैठे थें, उनका शरीर हादसे के बाद भी उसी स्थिति में मिला है. आनन-फानन में यात्रियों ने चैन पुल्लिंग कर ट्रेन को रोका और पुलिस को घटना की सूचना दी गई. GRP और RPF मौके पर पहुंचकर शव को ट्रेन से बाहर निकाला और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया.

ट्रैक पर पड़ा था सब्बल

यह चौंकाने वाला हादसा कैसे हुआ, इस पर रेलवे अफसर अभी कुछ नहीं बोल रहे हैं. बताया जा रहा है कि ट्रैक पर ही सब्बल (रॉड) पड़ा हुआ था. ट्रेन का पहिया जैसे ही उस पर पड़ा, वह उछल गया. स्पीड इतनी तेज थी कि वह खिड़की को चीरते हुए यात्री की गर्दन में जा घुसा और सिर फाड़ कर निकल गया. इसके बाद यात्री के पीछे की चादर को भी सब्बल ने चीर दिया.

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