हिन्दुओं ने अजमेर शरीफ जाना बंद किया तो 90% धंधा चौपट हो गया! 50 करोड़ का नुकसान
अजमेर शरीफ न्यूज़: ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह सूनी पड़ी पड़ी है. दुकानदारी चौपट हो गई है, धंधा 90% तक गिर गया है और अबतक 50 करोड़ से ज़्यादा का नुकसान हुआ है. कभी हिन्दुओं से भरी रहने वाली अजमेर शरीफ के ऐसे हालात हो गए हैं कि यहां दुकान चलाने वाले लोग दरगाह के खादिमों को कोसने लगे हैं.
दरअसल अजमेर शरीफ में इस्लाम को मानाने वालों से अधिक हिन्दू जाया करते थे, लेकिन उदयपुर हत्याकांड और नूपुर शर्मा विवाद के बाद यहां आने वाले हिन्दुओं की संख्या काफी कम हो गई. नतीजतन दरगाह के बाजार 90% तक ठप्प हो गया है। अजमेर शरीफ की भीड़ अब एक्का-दुक्का लोगों तक सिमित रह गई है. अजमेर शरीफ में छाई वीरानी की वजह यहां के खादिमों द्वारा हिन्दुओं के खिलाफ दिए गए भड़काऊ भाषण बताए जा रहे हैं.
अजमेर शरीफ में क्या हुआ
What happened in Ajmer Sharif: दरअसल नूपुर शर्मा विवाद और उदयपुर में कन्हैयालाल की हत्या के बाद अजमेर शरीफ दरगाह के खादिमों ने हिन्दुओं के खिलाफ कई बार भड़काऊ भाषण दिए, किसी ने नूपुर शर्मा का गला काटने का ऑफर दिया तो किसी ने गुस्ताख़ ए रसूल वाला हिंसक नारे लगाए। हिन्दुओं के खिलाफ भरपूर जहर उगला। इसके बाद यहां हिन्दू टूरिस्ट्स का आना बिलकुल कम हो गया. बता दें कि अजमेर शरीफ में आने वाले लोगों में से ज़्यादातर लोग हिन्दू धर्म से ताल्लुख रखते हैं. जिनके भरोसे यहां दुकानदारी होती है. लेकिन जब से यहां के खादिमों ने उटपटांग बयानबाजी की है तभी से यहां आने वाले लोगों की संख्या काफी कम हो गई है.
दुकानदार से लेकर होटल मालिक सब परेशान
अजमेर शरीफ में दुकानदार से लेकर होटल संचालक सभी परेशान हो गए हैं. उनका धंधा टोटल डाउन चल रहा है. जब लोग आएँगे ही नहीं तो होटल में रुकने और दुकान से चादर खरीदने वाला कोई रहेगा ही नहीं। जिस अजमेर शरीफ में पाओ रखने की जगह नहीं मिलती थी वहां आज सन्नाटा पसरा हुआ है। होटल के एक-दो कमरे बुक हो रहे हैं. जो एडवांस बुकिंग थीं वो कैंसिल हो रही हैं.
व्यापारिक संगठन ने जताई आपत्ति
दरगाह बाजार के व्यापारिक संगठन के अध्यक्ष होतचंद श्रीनानी का कहना है कि खादिमों के नफरती बयानों से लोग अब यहां आने से डर रहे हैं. बसें खाली हैं, होटल में कोई रुकने वाला नहीं है, मिठाई और चादरों की दुकान चलाने वाले ग्राहकों का इंतज़ार कर रहे हैं. अबतक 50 करोड़ का नुकसान हुआ है.
खादिमों के भड़काऊ भाषण ने धंधा बर्बाद किया
गौर तलब है कि अजमेर दरगाह के खादिमों ने कई बार हिन्दुओं और नूपुर शर्मा का गला काटने की बात कही, यहां तक ही कन्हैयालाल की हत्या को जायज और हत्यारों को सही बताया गया. खादिम गौहर चिश्ती, अंजुमन चिश्ती, खादिम गौहर चिश्ती ने सिर कलम करने, हिंदुस्तान को हिला देने, वापस इस्लामिक हुकूमत लाने, हिन्दुओं की कमाई खत्म करने जैसे बयान दिए थे. जिसके बाद यहां हिन्दुओं ने जाना ही बंद कर दिया।