मुस्लिम लड़कियों ने कहा शिक्षा नहीं हिजाब हमारी प्राथमिकता, हाई कोर्ट संविधान के खिलाफ नहीं जा सकता
Hijab Controversy: कर्नाटक के उड्डपी सरकारी पीजी कॉलेज में 1 जनवरी से हिजाब को लेकर बवाल चल रहा है। 8 जनवरी को हाईकोर्ट में इस मामले की सुनवाई हुई थी लेकिन कोई नतीजा नहीं निकलकर आया. लेकिन एक वीडियो जरूर इंटरनेट में तेज़ी से वायरल हो रहा है जिसमे मुस्लिम छात्राएं हिजाब को प्राथमिकता बता रही हैं और शिक्षा को हिजाब के बाद कह रही हैं।
बुधवार को इस मामले में दूसरी सुनवाई होनी थी लेकिन अब सिंगल बेंच से ये मामला उपर बेंच में पहुंच गया है जिसके कारण अब हिजाब वाले मामले की सुनवाई टल गई है। कर्नाटक के एक सरकारी कॉलेज से उठे स्टूडेंट के इस विवाद ने देश को 2 हिस्सों में बांट दिया है। जिस संस्था में पढाई की चर्चा होनी चाहिए वहां मजहबी नारे लगाए जा रहे हैं.
पढाई बाद में हिजाब पहले
8 फरवरी को उड्डपी कॉलेज के बाहर प्रोटेस्ट कर रही लड़कियों के पास एक मीडियाकर्मी गया. जहां उसने मुस्लिम छात्राओं से पुछा आप किसे प्राथमिकता देती हैं। तो उन्होंने ने कहा हिजाब हमारी प्राथमिकता है और पढाई इसके बाद है। इसके बाद रिपोर्टर ने कहा हिंदू स्टूडेंट्स का कहना है कि जबकत आप हिजाब पहनने के लिए प्रोटेस्ट करेंगी छात्र भगवा पहनने की बात कर रहे हैं. तो इसके जवाब में मुस्लिम छात्राओं ने कहा हमे इससे कोई तकलीफ नहीं है, हम उनका सम्मान करते हैं वो हमारा सम्मान करें। मुस्लिम स्टूडेंट्स ने ये भी कहा कि हाईकोर्ट को हमारे पक्ष में निर्णय लेना ही होगा क्योंकि कोर्ट संविधान के खिलाफ नहीं जा सकता।
पूरे देश में फ़ैल रही नफरत की आग
कर्नाटक के एक सरकरी कॉलेज से उठी यह चिंगारी पूरे देश में धधकती आग की तरह फ़ैल रही है, महाराष्ट्र, यूपी, एमपी, दिल्ली, छत्तीसगढ़ जैसे तमाम क्षेत्रों की मुस्लिम लड़कियां हिजाब के लिए प्रोटेस्ट कर रही हैं। लोग सोशल मीडिया में कह रहे हैं कि एक तरफ इस्लामिक कंट्रीज में रहने वाली महिलाऐं हिजाब का विरोध करती हैं वहीं एक सेक्युलर देश में मुस्लिम महिलाऐं हिजाब पहनना चाहती हैं. वहीं दूसरे पक्ष के लोगों का कहना है कि उनके धर्म में हिजाब पहनना लिखा हुआ है और वो क्या पहनती है यह उनकी चॉइस है।