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Gujarat Morbi Bridge Collapse: 43 साल पहले भी मोरबी शहर में हुआ था मौत का तांडव, 1439 लोगों की गई थी जान, खंभे में लटक रहे थे शव

Aaryan Puneet Dwivedi | रीवा रियासत
31 Oct 2022 11:42 AM IST
Updated: 2022-11-01 07:31:51
Gujarat Morbi Bridge Collapse: 43 साल पहले भी मोरबी शहर में हुआ था मौत का तांडव, 1439 लोगों की गई थी जान, खंभे में लटक रहे थे शव
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Gujarat Morbi Bridge Collapse: रविवार को मच्छु नदी में हुए हादसे ने 1979 में हुए मोरबी शहर के हादसे की याद दिला दी. 43 वर्ष पहले मच्छु नदी के डैम टूटने से 1439 लोगों की मौत हुई थी.

Gujarat Morbi Bridge Collapse: रविवार को गुजरात के मोरबी शहर में बड़ा हादसा हो गया. मच्छु नदी में बना सस्पेंशन ब्रिज टूट गया. इस हादसे में अब तक 141 लोगों के मौत की पुष्टि हो चुकी है. जिनमें 25 बच्चे शामिल है. वहीं 170 से अधिक लोगों का रेस्क्यू किया जा चुका है, जो अभी सोमवार को भी जारी है. ये गुजरात के मोरबी शहर में हुआ ऐसा हादसा है, जिसे सुनकर रूह तक कांप उठती है. लेकिन मोरबी शहर के लिए यह कोई पहला हादसा नहीं है, इससे पहले भी 1979 में इस शहर में मौत का तांडव हो चुका है. 43 साल पहले मच्छु नदी का डैम टूटने (Machhu River Dam Breaks) की वजह से 1439 लोगों की मौत हो गई थी, पूरा का पूरा शहर महज 15 मिनट में पूरी तरह से जलमग्न हो गया था.

43 साल पहले टूटा था मच्छु नदी का डैम

11 अगस्त 1979 का दिन खुशनुमा मोरबी शहर (Morbi City) के लिए सबसे काला दिन था. इस दिन पूरा शहर जलमग्न हो गया. अचानक से मच्छु नदी में बने बांध का टूट जाना, इस शहर के लिए तबाही लेकर आ गया. डैम टूटने के महज 15 मिनट के अंदर पूरा मोरबी शहर जलमग्न हो गया, जब पानी उतरा तो चारों तरफ सिर्फ लाशें थी. सरकारी आंकड़े बताते हैं कि इस हादसे में 1439 लोगों की मौत हुई है, साथ ही 12,849 हजार से ज्यादा पशुओं की मौत हुई थी. इमारतें, सड़क सब कुछ तबाह हो गया. लोगों को इतना भी समय नहीं मिल पाया कि वे सुरक्षित स्थान पर जा सकें.

हादसे के कुछ दिन बाद इंदिरा गांधी ने मोरबी शहर का दौरा किया था. शहर पूरा मलवे में तब्दील हो चुका था. चारों तरफ सिर्फ लाशें थी. लाशों के सड़ जाने से बदबू इतनी अधिक थी कि इंदिरा गांधी को अपनी नाक में रुमाल रखना पड़ा था. उस समय मोरबी का दौरा करने वाले नेता और राहत एवं बचाव कार्य में लगे लोग भी बीमारी का शिकार हो गए थे.

मोदी ने रैली में साधा था स्व. इंदिरा गांधी पर निशाना

करीब पांच साल पहले मोरबी में चुनावी रैली के दौरान PM नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा था- "मच्छू बांध त्रासदी के बाद राहत कार्य के दौरान राहुल गांधी की दादी इंदिराबेन मुंह पर रूमाल डाले दुर्गंध और गंदगी से बच रही थीं. जबकि, संघ के कार्यकर्ता कीचड़ व गंदगी में घुस कर सेवाभाव से काम कर रहे थे. गुजराती मैगजीन चित्रलेखा ने इंदिरा की तस्वीर पर राजकीय गंदगी और संघ के कार्यकर्ताओं की तस्वीर पर मानवता की महक का शीर्षक लगाया था."

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मोरबी में ब्रिज टूटा, अब तक 140 से ज्यादा लोगों की मौत

गुजरात के मोरबी में रविवार शाम करीब 6.30 बजे केबल सस्पेंशन ब्रिज टूटने से करीब 400 लोग मच्छु नदी में गिर गए. हादसे में 140 से ज्यादा लोगों की मौत हुई है. इनके शव मोरबी के सिविल हॉस्पिटल में पहुंचा दिए गए हैं. मरने वालों में 50 से ज्यादा बच्चे और महिलाएं हैं. 70 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं. 100 लोगों की तलाश अभी भी जारी है. LIVE खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें...

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