Gujarat Election 2022: गुजरात का एक ऐसा गांव जहां प्रचार पर है पाबंदी, प्रचार करने पर कट जाते हैं वोट
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Gujarat Election 2022: गुजरात में विधानसभा चुनाव की धूम चल रही है। ज्यों-ज्यों मतदान का समय नजदीक आ रहा है प्रचार और रैली भी जोर पकड़ रही है। लेकिन इस चुनावी हलचल के बीच एक ऐसा गांव काफी चर्चा में है जहां चुनाव प्रचार पूरी तरह प्रतिबंधित है। यानि की यहां प्रचार करने के जाने पर मतदाता उस प्रत्याशी को वोट ही नही देते हैं। क्योंकि यहां भले ही चुनाव प्रचार पर पाबंदी है लेकिन यहां के मतदाता हर हाल में मतदान करने अवश्य जाते हैं। आइये इस गांव के बारे में जानकारी लें।
कौन सा है गांव
चुनाव प्रचार के लिए प्रतिबंधित तथा प्रचार के लिए जाने पर बोट न देने का संकल्प रखने वाला गांव गुजरात के राजकोट जिले का राज समधियाला है। इस गांव के लोगों का मानना है कि जो लोग यहां प्रचार करने के लिए आते वह अनावश्यक अपना और गांव के लोगो का समय नष्ट करते हैं। इसीलिए गांव के लोंगों ने तय किया और 1983 से गांव में प्रचार करने पर पाबंदी लगा दी। तब से आज तक गांव में कोई भी प्रचार करने के लिए नही जाता हैं अगर जाता है तो उसके वोट कट जाते हैं।
हाईटेक है यह गांव
ऐसा नहीं है कि चुनाव में पाबंदी लगाने वाले इस गांव में शिक्षा की कमी है। यहां सभी ज्यादातर लोग शिक्षित हैं। गांव में आधुनिक सभी सुविधाएं मौजूद है। गांव में पीने के पानी के लिए आरओ प्लांट लगा है। गांव के लोगों का जीवन सुविधाजनक है। यहां वाई-फाई के माध्यम से इंटरनेट कनेक्शन, सीसीटीवी कैमरे आदि लगे हुए है।
मतदान न करने पर लगता है जुर्माना
इस गांव की एक खासियत यह भी है कि गांव के सभी लोग मतदान अवश्य करते है। गांव का ब्यक्ति अगर मतदान नही करता तो उस पर 51 रूपये जुर्माना लगाया जाता है। इसके लिए एक कमेटी बनी है। ऐसी व्यवस्था गांवके लोगों ने तय कर रखी है। बताते चलें कि गांव में मतदाताओं की संख्या 995 है। वहीं गाव की आबादी करीब 1700 है।