RBI Monetary Policy 2022: गवर्नर शक्तिकांत दास ने किया मॉनिटरी पॉलिसी का ऐलान
RBI Monetary Policy 2022 In Hindi: रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (Reserve Bank Of India) के गवर्नर शक्तिकांत दास (Governor Shaktikanta Das) ने गुरुवार को मॉनिटरी पॉलिसी (Monetary Policy) का ऐलान किया है। MPC में पॉलिसी दरों में कोई बदलाव नहीं किया है। रेपो रेट 4 फ़ीसदी पर है। कर्ज की मासिक किस्त में कोई बदलाव नहीं होगा।
GDP
आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास (RBI Governor Shaktikanta Das) ने वित्तीय वर्ष 2022-23 में रियल जीडीपी ग्रोथ का अनुमान 7.8 फ़ीसदी पर रखा है। FY23 की दूसरी तिमाही में जीडीपी ग्रोथ अनुमान 7.8 फ़ीसदी से घटकर 7 फ़ीसदी कर दिया गया है। वित्त वर्ष 2023 की तीसरी तिमाही में जीडीपी ग्रोथ 4.3 फ़ीसदी और FY23 की चौथी तिमाही में जीडीपी ग्रोथ 4.5 फ़ीसदी रह सकती है।
रेपो रेट (Repo Rate)
आरबीआई ने रेपो रेट 3.35 फ़ीसदी पर बरकरार रखा है। पॉलिसी का रुख 'अकोमोडेटिव' रखा गया है। केंद्रीय बैंक ने लगातार दसवीं बार ब्याज दरों में कोई भी बदलाव नहीं किया है। इससे पहले, रिजर्व बैंक ने अंतिम बार 22 मई 2020 को ब्याज दरों में बदलाव किया था।
इकोनामी की रफ्तार
गवर्नर शक्तिकांत दास ने पॉलिसी का ऐलान करते हुए कहा कि अर्थव्यवस्था की बुनियाद मजबूती बनी हुई है। और देश मजबूत आर्थिक वृद्धि हासिल करने वाली अर्थव्यवस्थाओं में बना हुआ है। इकोनॉमी में सुधार की रफ्तार थोड़ी धीमी पड़ गई है। वहीं निजी निवेश की रफ्तार अभी भी धीमी है। उनके अनुसार बड़े पैमाने पर कोविड वैक्सीनेशन, मॉनिटरी सपोर्ट और फिस्कल कंसोलिडेशन से इकोनॉमी में रिकवरी हो सकती है।
10वीं बार भी नहीं हुआ रेपो दर में बदलाव
फिलहाल नीतिगत दर में वृद्धि की संभावना नहीं है। यह लगातार 10वां मौका है जब आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास की अध्यक्षता वाली मौद्रिक नीति समिति ने रेपो दर में कोई बदलाव नहीं किया है। इससे पहले 22 मई, 2020 को मांग को गति देने के लिए, रेपो दर में कमी कर इसे रिकॉर्ड निचले स्तर पर लाया गया था।