गरीबों के काम नहीं आई सरकार की उज्वला योजना, भंगार में पड़े एलपीजी सिलेंडर, धुआं फांक रही महिलाएं
Ujjwala Yojana: एलपीजी गैस सिलेंडर के क्या दाम है यह किसी छुपी नहीं है। क्योंकि महीने शुरुआती दिनों में गैस सिलेंडर के बढ़े हुए दाम की जानकारी अखबारों के साथ ही सूचना के अन्य तंत्रों के माध्यम से पता चल ही जाता है। लगातार बढ़ रहे एलपीजी सिलेंडर के दाम जहां आम और खास दोनों ही लोगों के बजट पर भारी पड़ रहा है।
तो ऐसे में गरीब उज्वला कनेक्शन धारियों की दुर्गति क्या होगी यह किसी से छिपी नहीं है। सरकार की यह महत्व योजना गरीबों के काम नहीं आ रही है। गरीबों को दिया गया एलपीजी सिलेंडर भंगार बना किसी कोने में पड़ा हुआ है। जिन महिलाओं को धुआ और धूल से बाहर निकालने की बात कही गई थी वहां आज भी सुबह दोपहर शाम धुआं फांक रही हैं।
योजना हो गई फेल
एक अनुमान के मुताबिक भारत सरकार के द्वारा गरीब महिलाओं को दीया गया लाखों उज्वला एलपीजी गैस कनेक्शन (Ujjwala LPG Gas Connection) वर्षों से बंद पड़ा है। सिलेंडर के बढ़ते दाम की वजह से गरीब उज्वला कनेक्सन धारी महिलाएं गोबर के उपले और लकड़ियों से भोजन बना रही हैं। ऐसे में कहा जा सकता है कि भारत सरकार की यह बड़ी योजना पूरी तरह से फेल हो चुकी है। लेकिन अभी भी सरकार इस पर कोई भी गरीबों की सुध नहीं ले रहा।
इंदौर में 68.50 हजार नहीं ले रहे सिलेंडर
हाल के दिनों में इंदौर जिले के उज्वला हितग्राहियों के संबंध में जानकारी एकत्र की गई तो पता चला कि करें 68.50 हितग्राहियों ने सिलेंडर लेना छोड़ दिया है। जब एक शहर की यह स्थिति है तो पूरे देश के इस तरह के हितग्राहियों को जोड़ा जाए तो यह संख्या कई लाख तक पहुंच सकती है।
गैस की बढ़ती कीमत है कारण
वर्ष 2016 में महिलाओं को धुएं से बाहर निकालने के लिए उज्वला योजना की शुरुआत की गई। जिसमें देश के गरीब परिवारों को केंद्र सरकार द्वारा भरा हुआ एक सिलेंडर और कनेक्शन मुफ्त में दिया गया। साथ ही उनकी सुविधा के लिए चूल्हा और रेगुलेटर की व्यवस्था सरकार ने कर दी। लेकिन चूल्हा और रेगुलेटर का दाम अन्य सिलेंडर भरवाने पर मिलने वाली सब्सिडी से बतौर किस्त काटी जानी थी। लेकिन तब से लेकर आज तक मे उज्वला हितग्राहियों को सब्सिडी नहीं मिल रही। वही गैस के बढ़ते दाम की वजह से लोगों ने सिलेंडर भराना ही बंद कर दिया।