राष्ट्रीय

खुशखबरी! सभी संविदा कर्मचारी होंगे परमानेंट? नियमित करने की प्रक्रिया हुई शुरू

Sandeep Tiwari | रीवा रियासत
11 Feb 2023 10:39 AM IST
Updated: 2023-02-11 05:09:48
खुशखबरी! सभी संविदा कर्मचारी होंगे परमानेंट? नियमित करने की प्रक्रिया हुई शुरू
x
Contractual Employee Regularization 2023: प्रदेश के संविदाकर्मी बहुत जल्दी ही नियमित हो जाएंगे।

Jharkhand Me Samvida Karmchari Honge Niyamit: प्रदेश के संविदाकर्मी बहुत जल्दी ही नियमित हो जाएंगे। इसके लिए मुख्यमंत्री द्वारा निर्णय लेते हुए संविदाकर्मियों से विस्तृत प्रतिवेदन की मांग की गई है। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इस संबंध में स्वास्थ्य विभाग के उप सचिव को निर्देश जारी किए हैं। सरकार के इस निर्णय के बाद माना जा रहा है कि बहुत जल्दी प्रदेश के संविदा स्वास्थ्य कर्मी नियमित हो जाएंगे नियमितीकरण की प्रक्रिया लगभग शुरू हो चुकी है।

दो स्तर पर मगा गया प्रतिवेदन Jharkhand Contractual Employee Regularization

दो स्तर पर प्रतिवेदन की मांग की गई है। पहले प्रतिवेदन में बताया गया है कि केंद्रीय राज्य प्रायोजित योजना को जोड़कर संविदा कर्मियों को शामिल किया जाएगा। वहीं दूसरी श्रेणी में अनुबंध कर्मियों का प्रतिवेदन मांगा गया है। कहा गया है कि जो केंद्र और राज्य प्रायोजित योजना के तहत अनुबंध में कार्यरत हैं उन्हें भी शामिल किया जाए।

22 जनवरी तक प्रतिवेदन प्रस्तुत करने का समय Jharkhand Chief Minister Hemant Soren ne Samvida Karmchari ko permanent karne ke diye nirdesh

बताया गया है कि कार्मिक प्रशासनिक सुधार एवं राजभाषा विभाग ने 13 नवंबर 2020 को निर्देश जारी किया था। राज्य सरकार द्वारा स्वास्थ्य विभाग अंतर्गत आने वाले विभिन्न कार्यालयों व स्वास्थ्य संसाधनों में अनुबंध संविदा पर कार्यरत कर्मियों की सेवा शर्त के अनुसार नियमितीकरण किया जाना है। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने 22 जनवरी तक का समय निर्धारित किया है। इस निर्धारित समय पर सभी को अपना विस्तृत प्रतिवेदन प्रस्तुत करना होगा।

राज्य सरकार द्वारा लिए गए इस निर्णय के बाद एक ओर जहां झारखंड के स्वास्थ्य कर्मियों में खुशी देखी जा रही है। वही बताया गया है कि अन्य प्रदेशों में कार्यरत संविदा स्वास्थ्य कर्मी भी नियमितीकरण की मांग तेज कर सकते हैं।

मध्यप्रदेश के अलावा अन्य कई राज्यों में विधानसभा के चुनाव वर्ष 2023 में होना है। ऐसे में संविदा स्वास्थ्य कर्मी नियमितीकरण की मांग को लेकर चुनाव के समय दबाव बना सकते हैं।

Next Story