Ghulam Nabi Azad Resignation Letter: ग़ुलाम नबी आज़ाद का पत्र पढ़कर सोनिया और राहुल गांधी तिलमिला गए होंगे
गुलाम नबी आज़ाद के पत्र में क्या लिखा है: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ग़ुलाम नबी आज़ाद ने कांग्रेस पार्टी से अपने सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है. अपने इस्तीफे में उन्होंने जो चिट्ठी कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) को दी है वह कांग्रेस पार्टी का ऐसा सच है जो सोनिया और राहुल गांधी (Rahul Gandhi) को बहुत कड़वा लगेगा। गुलाम नबी आज़ाद (Ghulam Nabi Azad) ने राहुल गांधी के नेतृत्व में सवाल खड़े किए हैं और खुद को नज़रअंदाज होना बताया है.
Ghulam Nabi Azad ने सोनिया गांधी के लिए फैसलों को बचकाना बताते हुए कहा कि आपकी इस हरकत ने भारत के प्रधानमंत्री और भारत सरकार के अधिकार को बर्बाद कर दिया है.
गुलाम नबी आज़ाद का पत्र
Ghulam Nabi Azad Resignation Letter: गुलाम नबी आज़ाद ने सोनिया गांधी को चिट्ठी लिखकर अपने इस्तीफे की जानकारी दी और कहा-
"जनवरी 2013 में जब आपने (सोनिया गांधी) राहुल गांधी को उपाध्यक्ष के रूप में चुना तब से ही पार्टी में सलाह देना और परामर्श लेने का सिस्टम खत्म हो गया. सभी वरिष्ठ और अनुभवी कांग्रेस नेताओं को इग्नोर कर दिया गया और अनुभवहीन लोगों की नई मंडली पार्टी चलाने लगी. राहुल गांधी की नासमझी का सबसे बड़ा उदाहरण है जब उन्होंने मीडिया के सामने एक सरकारी अध्यादेश फाड़ दिया था. इस बचकानी हरकत ने प्रधानमंत्री और भारत सरकार के अधिकार को बर्बाद कर दिया था. इस एक हरकत की वजह से 2014 में यूपीए सरकार की हार हुई हुई थी.
Congress leader Ghulam Nabi Azad severs all ties with Congress Party pic.twitter.com/RuVvRqGSj5
— ANI (@ANI) August 26, 2022
"अगस्त 2020 में जब मैंने अपने 22 साथियों के साथ आपको कांग्रेस की बिगड़ती स्थिति के बारे में चिट्ठी लिखी तो हमें अपमानितकर दिया गया!. ऐसा करने वालों का दिल्ली में कांग्रेस के महासचिवों और राहुल गांधी ने व्यक्तिगत रूप से स्वागत भी किया था. इसके बाद उसी कांग्रेस की मंडली ने अपने गुंडों को एक पूर्व मंत्री कपिल सिब्बल के आवास पर शारीरिक रूप से हमला करने के लिए उकसाया. जबकि वो हमेशा आपकी और आपके परिजनों की गलतियों पर अदालत में बचाव करते थे.
"आपको भारत जोड़ो यात्रा शुरू करने से पहले कांग्रेस पार्टी को पूरे देश में कांग्रेस जोड़ो यात्रा करनी चाहिए थी. इसके साथ ही मैं भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की सदस्यता और बाकी सभी पदों से इस्तीफा देता हूं."