Earthquake in India: दिल्ली-NCR, बिहार, बंगाल में भूकंप के तेज झटके, रिक्टर स्केल पर 7.1 तीव्रता
Earthquake in India: मंगलवार सुबह 6:35 बजे दिल्ली-NCR, बिहार और पश्चिम बंगाल में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के मुताबिक, रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 7.1 थी। भूकंप का केंद्र चीन के शिजांग में ज़मीन से 10 किलोमीटर नीचे था।
भूकंप का केंद्र चीन में
भूकंप का केंद्र चीन के शिजांग में था, लेकिन इसके झटके नेपाल, भूटान और भारत के सिक्किम, उत्तराखंड में भी महसूस किए गए।
भारत में नहीं हुआ नुकसान
फिलहाल भारत में भूकंप के कारण किसी भी तरह के नुकसान की सूचना नहीं है। नेपाल और चीन में भी अभी तक नुकसान की कोई खबर नहीं है।
चीन में आया था ज़बरदस्त भूकंप
जनवरी 2024 में चीन के शिनजियांग में 7.2 तीव्रता का भूकंप आया था जिसमें कई इमारतें ढह गई थीं और कई लोग घायल हुए थे।
2015 में नेपाल में आया था भूकंप
2015 में नेपाल में 7.8 तीव्रता का भूकंप आया था जिसमें करीब 9 हज़ार लोगों की मौत हो गई थी। इस भूकंप के बाद काठमांडू 10 फीट तक खिसक गया था।
भूकंप क्या है? धरती के अंदर की हलचल कैसे बन जाती है तबाही का कारण?
भूकंप एक प्राकृतिक आपदा है जो बिना किसी चेतावनी के आ सकती है और बड़े पैमाने पर तबाही मचा सकती है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि भूकंप क्यों आते हैं? इसके पीछे का कारण धरती की सतह के नीचे छिपा है।
टेक्टोनिक प्लेट्स की टकराहट
हमारी धरती की सतह 7 बड़ी और कई छोटी टेक्टोनिक प्लेट्स से बनी है। ये प्लेट्स लगातार हिलती-डुलती रहती हैं और कई बार आपस में टकरा जाती हैं। इस टकराहट से प्लेट्स के कोने मुड़ जाते हैं और ज़्यादा दबाव पड़ने पर ये प्लेट्स टूटने भी लगती हैं।
ऊर्जा का बाहर निकलना
जब प्लेट्स टूटती हैं, तो धरती के अंदर से भारी मात्रा में ऊर्जा निकलती है। यह ऊर्जा तरंगों के रूप में फैलती है और भूकंप का कारण बनती है। यह ऊर्जा इतनी ज़्यादा हो सकती है कि यह बड़ी-बड़ी इमारतों को भी गिरा सकती है और ज़मीन में दरारें पैदा कर सकती है।
भूकंप की तीव्रता
भूकंप की तीव्रता को रिक्टर स्केल पर मापा जाता है। रिक्टर स्केल पर 7 या उससे ज़्यादा की तीव्रता वाले भूकंप बहुत ज़्यादा तबाही मचा सकते हैं।
भूकंप से बचाव
- मज़बूत इमारतों का निर्माण करना।
- भूकंप के समय खुले मैदान में जाना।
- टेबल या किसी मज़बूत चीज़ के नीचे छिप जाना।