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विदेशी के मुकाबले देशी कार कंपनियां भारतीयों की पहली पसंद, Tata-Mahindra की बिक्री में जोरदार इजाफा
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भारतीयों को अब विदेशी की बजाय स्वदेशी काफी पसंद आने लगे हैं. इसी तरह ऑटोमोबाइल सेक्टर में भी देशी कंपनियों का बोलबाला देखा जा रहा है. हांलाकि अभी भी जापानी कार निर्माता कंपनी मारुती सुजुकी (Maruti Suzuki Market Share) बाकी कारों के मुकाबले बिक्री में सबसे आगे है, लेकिन पिछले कुछ सालों में इस कंपनी के वाहनों की बिक्री में काफी तेजी से गिरावट भी देखी गई है. इसकी वजह टाटा-महिंद्रा जैसी देशी कार निर्माता कंपनियां है.
भले ही जापानी कार कंपनी Maruti Suzuki की हिस्सेदारी सबसे अधिक हो, लेकिन अकेले आधे से अधिक कारों की हिस्सेदारी रखने वाली इस कंपनी की बिक्री तेजी से कम भी हुई हैं. वहीं टाटा और महिंद्रा के वाहनों की बिक्री में तेजी से इजाफा देखा गया है.
इधर, टाटा ने बिक्री के मामले में देश की दूसरी सबसे बड़ी हिस्सेदारी रखने वाली साउथ कोरियन कार निर्माता कंपनी हुंडई को भी पीछे छोड़ दिया है. वहीं अब भारतीय कार बाजार में अकेले दम पर आधे से अधिक कार बिक्री की हिस्सेदारी रखने वाली कंपनी मारुती सुजुकी की बादशाहत भी खतरे में है. अब स्थिति यह है कि मारुति सुजुकी की बाजार हिस्सेदारी कम होकर 40 फीसदी से भी नीचे आ गई है. पिछले तीन साल के दौरान मारुति सुजुकी की भारतीय कार बाजार में हिस्सेदारी में 8 फीसदी की गिरावट देखने को मिली है.
तेजी से बढ़ रही टाटा की कारों की डिमांड
देश का नमक हो या देश की कार. एक बार फिर टाटा भारतियों की पहली पसंद बनती नजर आ रही है. टाटा मोटर्स के कारों की बिक्री में इन दिनों ऐतिहासिक इजाफा देखा जा रहा है. हुंडई मोटर्स को पछाड़कर Tata Motors देश की दूसरी सबसे अधिक कार बिक्री वाली कंपनी बन गई है. टाटा मोटर्स ने एसयूवी की बढ़ती डिमांड को देखते हुए नेक्सन (Tata Nexon), हैरियर (Tata Harrier) और पंच (Tata Punch) जैसे मॉडल लॉन्च किए.
Tata Nexon EV Most Selling Electric Car
नेक्सन को तो भारतीय ग्राहकों ने खूब पसंद किया. इसका इलेक्ट्रिक अवतार नेक्सन ईवी (Tata Nexon EV) भारतीय बाजार में सबसे ज्यादा बिकने वाली इलेक्ट्रिक कार (Most Selling Electric Car in India) है. वहीं टाटा की पंच वैसे ग्राहकों को पसंद आ रही है, जो कम बजट में एसयूवी का आनंद उठाना चाहते हैं. टाटा मोटर्स ने सेफ्टी के मामले में भी अहम बदलाव की अगुवाई की है. सेफ्टी रेटिंग को लेकर उदासीन भारतीय बाजार में टाटा ने एक के बाद NCAP में एक 5 स्टार सेफ्टी रेटिंग वाली कारें लॉन्च की.
सेलिंग ग्रोथ में टाटा से पीछे हुई मारुति और हुंडई
अगस्त महीने की बिक्री के आंकड़ों पर गौर करें तो 1,34,166 यूनिट्स कारें बेचकर मारुति सुजुकी पहले पायदान पर रही. यह साल भर पहले यानी अगस्त 2021 की बिक्री की तुलना में 30 फीसदी ज्यादा है. इसके बाद हुंडई का नंबर रहा, जिसने अगस्त 2022 में 49,510 यूनिट्स कारों की बिक्री की. हुंडई की बिक्री साल भर पहले की तुलना में 5.6 फीसदी बढ़ी. वहीं टाटा और महिंद्रा को देखें तो ग्रोथ का आंकड़ा जबरदस्त है. अगस्त में टाटा मोटर्स की 47,166 कारें बिकी. यह अगस्त 2021 में हुई 28,018 यूनिट्स की बिक्री की तुलना में 68 फीसदी ग्रोथ है. इसी तरह महिंद्रा एंड महिंद्रा की पैसेंजर व्हीकल सेगमेंट में बिक्री इस दौरान 87 फीसदी बढ़कर 29,852 यूनिट्स पर पहुंच गई.
इन कंपनियों को भी हो रहा नुकसान
टाटा मोटर्स और महिंद्रा एंड महिंद्रा जैसी देसी कंपनियों को यह कामयाबी ऐसे समय मिली है, जब ओवरऑल कार मार्केट में कमजोरी दर्ज की जा रही है. मारुति सुजुकी 2019-20 तक कुल 50% मार्केट पर काबिज थी, लेकिन अब इसकी बाजार हिस्सेदारी कम होकर 40% के भी नीचे आ गई है. इसकी बड़ी वजह ये भी है कि मारुति की SUV सेगमेंट में बेहद कम हिस्सेदारी है. इसके साथ ही डीजल कारों का उत्पादन बंद करने से भी मारुति सुजुकी का मार्केट शेयर कम हुआ है. महिंद्रा एंड महिंद्रा और टाटा मोटर्स की इस कामयाबी से हुंडई और मारुति सुजुकी के अलावा टोयोटा, होंडा और फॉक्सवैगन जैसी दूसरी विदेशी कार कंपनियों को भी कड़ी चुनौती मिल रही है.