डिप्लोमा करने वाली छात्राओं को अब सीधे इंजीनियरिंग के दूसरे वर्ष में मिलेगा प्रवेश
नई दिल्ली- नॉन इंजीनियरिंग डिप्लोमा कर चुकी छात्राएं सत्र 2022-23 से इंजीनियरिंग कॉलेज के द्वितीय वर्ष में प्रवेश ले सकेंगी। इस संबंध में ऑल इण्डिया काउंसिल फॉर टेक्निकल एजुकेशन एआईसीटीई ने हाल में एक आदेश जारी किया है। इससे करीब 300 नॉन इंजीनियरिंग डिप्लोमा कॉलेज में पढ़ रही 30 हजार छात्राओं को इसका फायदा होगा।
एआईसीटीई ने सभी कॉलेजों को भेजे आदेश में आगामी शैक्षणिक सत्र में लिटरल एंट्री के तहत बीई अथवा बीटेक के दूसरे साल में प्रवेश दिए जाने के आदेश जारी किए हैं। इस आदेश के बाद देश की महिला पॉलीटेक्निक कॉलेज में पढ़ने वाली छात्राएं जो कि पूर्व में ग्रेजुएशन तक में प्रवेश नहीं पा पाती थी। उन्हें अब सीधे बीई व बीटेक के द्वितीय वर्ष में प्रवेश मिल सकेगा।
कोर्स पूरा कर वह इंजीनियरिंग बन सकेगी। ये छात्राएं भी सामान्य पॉलीटेक्निक कॉलेज के पास आउट स्अूडेंट्स की तरह लिटरल एंट्री सिस्टम के तहत सीधे इंजीनियरिंग के दूसरे साल में प्रवेश पा सकेंगी। गौरतलब है कि हर राज्य अपने यहां पर रोजगार के विकल्प को देखते हुए पॉलिटेक्निक में डिप्लोमा कोर्सेस संचालित करते हैं।
वर्जन
इस निर्णय को देशभर के सभी इंजीनियरिंग कॉलेजों को भेज कर शैक्षणिक सत्र 2022-23 की प्रवेश प्रक्रिया में यह व्यवस्था लागू करने का निर्देश दिया गया है। इस आदेश के जारी होने के बाद जिन छात्राओं को ग्रेजुएशन में प्रवेश के लिए पहले 12वीं की परीक्षा देनी पड़ती थी अब उन्हें सीधे बीटेक अथवा बीई द्वितीय वर्ष में प्रवेश दिया जाएगा।
प्रो. एमपी पूनिया उपाध्यक्ष एआईसीटीई