हिमाचल में तबाही तो पंजाब में आफत की बाढ़, भारी बारिश की चेतावनी, स्कूलो में छुट्टी घोषित
Punjab, Himachal Pradesh Flood, School Holiday News: भारत के उत्तरीय राज्यों में भारी बारिश ने तबाही मचा रखी है। आईएमडी ने पंजाब के कुछ जिलों में शनिवार तक तेज बारिश होने का येलो अलर्ट जारी किया है।
बता दें कि हिमाचल प्रदेश में बारिश के बाद राज्य के विभिन्न बांधों के जलस्तर में लगातार वृद्धि होने के कारण पंजाब पर बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। प्रदेश सरकार ने सभी गवर्नमेंट एवं प्राइवेट स्कूलों को 26 अगस्त तक बंद रखने का आदेश दिया है।
हिमाचल प्रदेश में हो रही भारी बारिश के कारण पंजाब में विभिन्न बांधों का जल स्तर बढ़ रहा है ,इसको लेकर प्रशासन अलर्ट पर हैं। मौसम विभाग ने अगले 2 दिनों के दौरान राज्य के अधिकांश हिस्सों में तेज वर्षा की सम्भावना व्यक्त की है।
भारी बारिश के कारण कुल्लू में 8 भवन ढहे
हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश के चलते भूस्खलन से कुल्लू जिलेके आनी में नया बस स्टैंड के नज़दीक गुरुवार सुबह 8 भवन ढह गए। जानकारी के अनुसार इस घटना में फिलहाल कोई जानी नुकसान की सूचना नहीं है। जिला प्रशासन द्वारा करीब एक सप्ताह पूर्व ही भवन खाली करने के नोटिस जारी किए थे।
एस डी एम आनी नरेश वर्मा ने जानकारी दी कि हादसा सुबह करीब 9:15 बजे घटित हुआ। वे तुरंत मौके पर पहुंचे और राहत कार्य बारे उचित दिशा निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि घटना में 8 भवन ढह गए हैं जबकि साथ लगते दो अन्य भवनों को भारी क्षति पहुंची है। उन्होंने बताया कि यह बहुमंजिला भवन थे और दो में तो बैंक भी थे जिन्हें पहले ही खाली करा लिया गया था। उन्होंने बताया कि प्रशासन द्वारा नुकसान का आकलन किया जा रहा है।
शिव बावड़ी मंदिर में तीन शव और बरामद
बता दें कि शिमला के समरहिल में भूस्खलन से ध्वस्त हुए शिव बावड़ी मंदिर में लापता लोगों की तलाश में जुटी बचाव टीमों ने आज घटना के 11वें दिन तीन शव और बरामद किए हैं। सेना, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल, राज्य आपदा मोचन बल, पुलिस और होमगार्ड की टीमों के संयुक्त तलाश अभियान के दौरान घटनास्थल से सभी लापता लोगों के शवों को निकाल लिया गया है। जिसके बाद अब अब इस तलाशी अभियान को समाप्त कर दिया गया है।
इस दर्दनाक हादसे में मंदिर के पुजारी सहित 20 शव निकाले गए हैं। जानकारी के अनुसार अब यहाँ किसी भी अन्य व्यक्ति के लापता होने की सूचना नहीं है। गौरतलब है कि 14 अगस्त को सुबह करीब सवा सात बजे भूस्खलन और बाढ़ की चपेट में आने से शिव बावड़ी मंदिर ध्वस्त हो गया था। भूस्खलन इतना ख़ौफ़नाक था कि मंदिर पूरी तरह ध्वस्त हो गया।