मध्य प्रदेश सहित इन राज्यों में मिले डेल्टा प्लस वैरिएंट, सरकार कर चुकी है इस नए स्ट्रेन को "वैरिएंट ऑफ़ कंसर्न" घोषित
देशभर में नए कोरोना स्ट्रेन डेल्टा प्लस के अबतक 40 केसेस सामने आ चुके है, सरकार ने भी इस नए वैरिएंट को "वैरिएंट ऑफ़ कंसर्न" घोषित कर चुकी है।
सरकार ने पाए गए डेल्टा प्लस मामलों पर महाराष्ट्र, केरल और मध्य प्रदेश को चेतावनी दी है। सूत्रों के मुताबिक महाराष्ट्र में 21, मध्य प्रदेश में छह, केरल में तीन, तमिलनाडु में तीन, कर्नाटक में दो और पंजाब, आंध्र प्रदेश और जम्मू में एक-एक मामले हैं।
सूत्रों का कहना है कि नए स्ट्रेन के मामले, डेल्टा स्ट्रेन या B.1.617.2 वैरिएंट के म्यूटेशन का पहली बार भारत में पता चला है।
मंगलवार को सरकार की एडवाइजरी के मुताबिक, महाराष्ट्र के रत्नागिरी और जलगांव में डेल्टा प्लस के मामले मिले हैं, केरल में पलक्कड़ और पठानमथिट्टा में, और मध्य प्रदेश के भोपाल और शिवपुरी में। इस वैरिएंट के बारे में बहुत कम जानकारी है, जो अब भारत के अलावा नौ देशों - अमेरिका, ब्रिटेन, पुर्तगाल, स्विटजरलैंड, जापान, पोलैंड, रूस और चीन में पाए गए है।
डेल्टा प्लस वैरिएंट पर वैक्सीन का असर
सरकार के अनुसार, डेल्टा प्लस वैरिएंट, 80 देशों में फैले डेल्टा वैरिएंट की तरह, अत्यधिक संक्रामक और तेजी से फैलने वाला है। यह Covid के मौजूदा उपचार प्रोटोकॉल का प्रतिरोध भी दिखा सकता है, विशेषज्ञों की चिंता है। इस बात को लेकर चिंताएं हैं कि क्या मौजूदा टीके डेल्टा प्लस के खिलाफ प्रभावी होंगे।
सरकार ने कहा कि भारत में इस्तेमाल किए जा रहे दो टीके, सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के Covishield और भारत बायोटेक के Covaxin, डेल्टा वैरिएंट के खिलाफ प्रभावी हैं, डेल्टा प्लस पर वे कैसे काम करते हैं, इस पर डेटा बाद में साझा किया जाएगा।