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UAE में भारतीय महिला को सजा-ए-मौत: पोल पर हांथ बांधकर UP की शहजादी के सीने में गोली मारी, 4 माह के बच्चे के क़त्ल का था आरोप

UAE में भारतीय महिला को सजा-ए-मौत: पोल पर हांथ बांधकर UP की शहजादी के सीने में गोली मारी, 4 माह के बच्चे के क़त्ल का था आरोप
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उत्तर प्रदेश की शहजादी को यूएई में फांसी दी गई, उसके परिवार ने सीबीआई जांच की मांग की है। जानिए शहजादी की दर्दनाक कहानी और घटनाक्रम का विवरण।

उत्तर प्रदेश के बांदा की रहने वाली शहजादी को संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के अबू धाबी में दफना दिया गया है। 6 मार्च को हुए सुपुर्द-ए-खाक की तस्वीरें उसके परिजनों को भेजी गई हैं। शहजादी की कब्र का नंबर A7S1954 है। शहजादी को 15 फरवरी को अल बाथवा जेल में सजा-ए-मौत दी गई थी। एक पोल पर उसके हांथ बांधे गए फिर छाती पर गोली मारकर मौत के घाट उतारा गया।

शव वापस नहीं भेजा गया

यूएई में कानून है कि जिन्हें सजा-ए-मौत दी जाती है, उनका शव उनके देश वापस नहीं भेजा जाता। बल्कि वहीं उसके धर्म के हिसाब से अंतिम संस्कार कर दिया जाता है। शहजादी के परिवार को अबू धाबी बुलाया गया था, लेकिन पिता ने आर्थिक तंगी के कारण जाने में असमर्थता जताई थी।

परिवार ने सीबीआई जांच की मांग की

शहजादी के पिता शब्बीर अहमद ने आरोपी उजैर को क्लीन चिट दिए जाने पर सवाल उठाया है। शब्बीर ने सरकार से इस पूरे प्रकरण में सीबीआई जांच की मांग की है। उजैर वही शख्स है, जिस पर शहजादी को बेचने का आरोप है। यूपी पुलिस ने उसे जांच में निर्दोष करार दिया है।

सजा-ए-मौत की जानकारी

2 मार्च को परिवार को शहजादी को सजा-ए-मौत दिए जाने की जानकारी मिली। 28 फरवरी को इंडियन एंबेसी को शहजादी को मौत की सजा दिए जाने की जानकारी मिली थी। एंबेसी ने यह भी कहा कि यूएई ने शहजादी का शव देने से मना कर दिया है। शहजादी पर 4 महीने के बच्चे की हत्या का आरोप था। वह 2 साल से अबू धाबी की जेल में बंद थी। कोर्ट ने 4 महीने पहले उसे मौत की सजा की सजा सुनाई थी।

पिता ने लगाए गंभीर आरोप

शहजादी के पिता शब्बीर अहमद ने कहा, "शहजादी को आगरा के उजैर ने दुबई भेजा था। बेटी को धोखे से दुबई ले जाकर उजैर के रिश्तेदारों को बेच दिया गया था।" उन्होंने उजैर और उसके परिवार के खिलाफ धोखाधड़ी और मानव तस्करी की धाराओं में केस दर्ज कराया था। हालांकि, उत्तर प्रदेश पुलिस ने जांच के बाद उजैर और उसके परिवार को क्लीन चिट दे दी है।

अंतिम कॉल

शहजादी ने फांसी से 15 दिन पहले फोन पर अपने माता-पिता से बात की थी। उसने कहा था, "यह मेरी आखिरी कॉल है। अब इस कोर्ट-कचहरी के चक्कर में मत पड़ना। कैप्टन आए थे, उन्होंने बताया..टाइम नहीं है मेरे पास। उन्होंने हमें दूसरे रूम में रख दिया है।" उसने कहा, "आप लोगों को मुझे भूलना पड़ेगा। हमें किसी से कोई शिकायत नहीं है। फोन कट जाएगा, उसके बाद आप लोग परेशान मत होना।"

शहजादी की दर्दनाक कहानी

शहजादी बांदा की रहने वाली थी। 2021 में उसका फेसबुक के जरिए आगरा में रहने वाले उजैर से संपर्क हुआ। उजैर ने उसे अपने प्रेम जाल में फंसा लिया और इलाज के नाम पर नवंबर 2021 में दुबई में रहने वाले दंपती फैज और नादिया के हाथों बेच दिया। दुबई में शहजादी को फैज और नादिया परेशान करते थे। उन्होंने उसके 4 महीने के बच्चे की मौत का इल्जाम शहजादी पर लगा दिया, जिसके बाद उसे जेल भेज दिया गया।

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