कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव: मल्लिकार्जुन खड़गे को भारी समर्थन, शशि थरूर के साथ खेल हो गया
Congress President Election: कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के लिए वोटिंग शुरू हो गई है. 24 साल बाद कोंग्रेसी अपने नए अध्यक्ष के लिए वोट डाल रहे हैं. कांग्रेस प्रेसिडेंट बनने के लिए मल्लिकार्जुन खड़गे (Mallikarjun Kharge) और शशि थरूर (Shashi Tharoor) के बीच मुकाबला चल रहा है। मल्लिकार्जुन खड़गे को भारी समर्थन मिल रहा है क्योंकि उनके पास गांधी परिवार का बैकअप है मगर शशि के साथ चुनाव शुरू होते ही खेल हो गया है.
कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव में मल्लिकार्जुन खड़गे का पलड़ा भारी नजर आ रहा है. देशभर में कांग्रेस कमेटी ऑफिस के 9 हज़ार डेलीगेट्स में वोटिंग हो रही है. लेकिन कांग्रेस निर्वाचन ने सिर्फ शशि थरूर के लिए नियमों को बदल दिया है. उन्हें राजस्थान, मध्य प्रदेश, हरियाणा और छत्तीसगढ़ समेत कई राज्यों में पोलिंग एजेंट्स ही नहीं दिए गए. अब इन राज्यों में शशि थरूर को वोट मिलना मुश्किल है.
कौन बनेगा कांग्रेस का नया अध्यक्ष
ऐसी सम्भवना जताई जा रही है कि पार्टी के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ही पार्टी के अगले राष्ट्रीय अध्यक्ष होंगे, शशि थरूर बदलाव की बात करते हैं और मल्लिकार्जुन खड़गे गांधी परिवार के चहेते हैं. जबकि थरूर के पास गांधी फैमिली का कोई सपोर्ट नहीं है.
सोनिया गांधी ने डाला वोट
सोनिया गांधी और प्रियंका वाड्रा गांधी ने AICC हेडक्वॉर्टर से वोट डाला, सोनिया गांधी ने इस दौरान कहा कि मैं इस दिन का कई सालों से इंतज़ार कर रही थी. उधर कर्नाटक में भारत जोड़ो यात्रा में शामिल राहुल गांधी ने अपने काफिले के साथ चलने वाले कंटेनर्स में बनाए गए पोलिंग बूथ से वोट डाला।
शशि थरूर का क्या कहना है
वोटिंग शुरू होने से पहले शशि थरूर ने कहा ''कांग्रेस की किस्मत का फैसला कार्यकर्त्ता करेंगे, कांग्रेस में परिवर्तन का दौर शुरू हो गया है. मैंने खड़गे जी से बात की है और उन्हें शुभकामनाएं दी हैं. परिणाम कुछ भी हों सभी को सहयोगी बने रहेंगे
खड़गे ने क्या कहा
वोटिंग के दौरन मलिकार्जुन खड़गे ने कहा ''यह हमारे आतंरिक चुनाव का हिस्सा है, हमने एक दूसरे से जो कुछ भी कहा है वह मैत्रीपूर्ण है. हमें मिलकर पार्टी बनानी हैं. थरूर ने मुझे कॉल किया था और शुभकामनाएं दी थीं मैंने भी उन्हें मुबारकबाद दी है.
कांग्रेस अध्यक्ष का पिछले चुनाव 1998 में हुआ था
इससे पहले कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए आखिरी बार चुनाव साल 1998 में हुआ था. तब सोनिया गांधी और जीतेंद्र प्रसाद के बीच मुकाबला था. जिसमे सोनिया को 7,448 वोट मिले थे और प्रसाद को सिर्फ 94. सोनिया के अध्यक्ष बनने के बाद कोई भी कांग्रेस नेता अध्यक्ष बनने के लिए गांधी परिवार को चुनौती देने के लिए खड़ा नहीं हुआ.