जोधपुर। राजस्थान सरकार स्वास्थ्य को लेकर काफी गंभीर है यही कारण है कि आमजनों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिये औषधीय पौधों को घर-घर वितरित कराने के साथ ही रोपण कराएगी। यही नहीं सरकार की योजना पर प्रशासन ने गंभीरता के साथ अमल शुरू कर दिया है।
इसके तहत बाड़मेर जिला प्रशासन ने कोरोना से लड़ने के लिए नया प्लान तैयार किया है। लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए तुलसी, गिलोय, अश्वगंधा, कालमेघ जैसे औषधीय पौधे घर-घर लगाएगी। इस योजना को शुरू करने के लिए जिला कलेक्टर ने वन विभाग को निर्देश दे दिए है।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने बजट सत्र इसकी घोषणा की थी। राजस्थान औषधीय पौधों की विविधता तथा गुणवता के लिए प्रसिद्ध है। इसको बढ़ावा देने के लिए घर-घर औषधि योजना शुरू की जाएगी। राज्य में औषधीय पौधों के संरक्षण एवं नागरिकों के स्वास्थ्य रक्षण के लिए घर-घर औषधि योजना के अन्तर्गत औषधीय पौधों की पौधशालायें विकसित की जा रही हैं।
सरकार का लक्ष्य
पांच वर्षो में राज्य के लगभग 1 करोड़ 26 लाख परिवारों को इस योजना के तहत लाभान्वित किया जाएगा। वर्ष 2021.22 में उप वन संरक्षक बाड़मेर द्वारा 450624 परिवारों को लाभान्वित करने के लिए 1982746 पौधे तैयार किये जायेंगे। प्रत्येक परिवार को चार प्रकार की औषधीय प्रजातियों तुलसी, गिलोय, अश्वगंधा एवं कालमेघ के दो दो पौधे अर्थात् कुल 8 पौधे थैलियों में इस वर्ष सहित कुल पांच वर्षो में तीन बार वन विभाग की पौधशालाओं से निःशुल्क उपलब्ध कराये जायेंगे।
रोपे गये पौधे
कोराना काल मे आमजन को वृक्षों से शुद्ध प्राण वायु ऑक्सीजन स्वास्थ्य लाभ जल्द मिलने हेतु पवित्र पीपल नीम खारी बीदाम के वृक्ष विधिवत पूजा कर लगाये गए। एडवोकेट विजय शर्मा ने जिला प्रसासन के वृक्ष लगाकर हरियाली बढाओ ऑक्सीजन बढाओ अभियान स्वच्छ जोधपुर मिशन के तहत परिसर मे श्रम दान किया, व साथियों सहित वृक्षरोपण किया।