College Admission 2022: अब एक साथ दो डिग्री कर सकेंगे छात्र, UGC जारी करेगा रेगुलेशन
College Admission 2022: देश में अब कोई भी छात्र एक साथ दो डिग्रियों के लिए अध्ययनरत हो सकता है. दोनों ही डिग्रियां मान्य होगी. विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) द्वारा शैक्षणिक सत्र 2022-23 के लिए जल्द ही रेगुलेशन जारी किया जाएगा. सबसे अहम बात यह है कि दोनों कोर्स एक ही यूनिवर्सिटी या एक कोर्स दो अलग-अलग यूनिवर्सिटी से किया जा सकेगा.
यूजीसी चेयरमैन एम. जगदेश कुमार ने बताया कि यूनिवर्सिटीज इसी सत्र से नई व्यवस्था लागू कर सकेंगी. छात्र दोनों कोर्स एक ही यूनिवर्सिटी से करना चाहें या अलग-अलग यूनिवर्सिटी से, ये दोनों ही बातें संभव होंगी. यही नहीं, छात्र चाहें तो एक कोर्स देश की किसी यूनिवर्सिटी से और दूसरा विदेश की यूनिवर्सिटी से भी कर सकते हैं.
उदाहरण के लिए आप बीकॉम कर रहे हैं और साथ ही बीए स्पैनिश लैंग्वेज विदेश से करना चाहें तो दोनों में दाखिला लेकर एक साथ कर सकते हैं. अभी दो कोर्स एक साथ करने की व्यवस्था नहीं है.
हर यूनिवर्सिटी में कोर्स के बीच में ब्रेक मिल सकेगा
यूजीसी की एकेडमिक बैंक ऑफ क्रेडिट (एबीसी) स्कीम में अब देश की सभी यूनिवर्सिटीज को जोड़ा जाएगा. फिलहाल सभी सेंट्रल यूनिवर्सिटी के अलावा कुछ स्टेट, प्राइवेट और डीम्ड यूनिवर्सिटी ही इस स्कीम से जुड़ी हैं. यूजीसी ने सभी राज्यों के शिक्षा मंत्रियों और राज्यपालों को पत्र भेजकर इसमें शामिल होने का आग्रह किया है.
यह स्कीम पिछले साल जुलाई में लॉन्च हुई थी. एबीसी एक तरह का डिजिटल स्टोर हाउस है, जहां छात्रों के एकेडमिक रिकॉर्ड जमा रहते हैं. छात्र के क्लासवर्क व ट्यूटोरियल के आधार पर उसके एकेडमिक क्रेडिट यहां जमा होते हैं. रिकॉर्ड 7 साल तक जमा रहेगा.
मल्टीपल एंट्री और एग्जिट की सुविधा होगी
साथ ही छात्र के पास मल्टीपल एंट्री और मल्टीपल एग्जिट की सुविधा होगी. यानी, छात्र को किसी कारणवश पढ़ाई छोड़नी है तो वह ब्रेक ले सकता है और बाद में अपने क्रेडिट इस्तेमाल करते हुए फिर से शुरू कर सकता है. छात्र एक साल किसी कॉलेज में पढ़ने के बाद अगले साल किसी दूसरे कॉलेज में भी पढ़ाई कर सकता है. लेकिन, यह सुविधा तभी मिलेगी, जब वह यूनिवर्सिटी एबीसी के साथ रजिस्टर्ड होगी.
अब बिना अनुमति शुरू कर सकेंगे ऑनलाइन कोर्स
देश में अब हर विषय क्षेत्र के टॉप-100 कॉलेज यूजीसी से अनुमति लिए बिना ऑनलाइन कोर्स शुरू कर सकेंगे. देश के ऐसे करीब 900 कॉलेज हैं, जो अलग-अलग विषयों में टॉप-100 में शामिल हैं. यूजीसी ने इसके लिए ओपन एंड डिस्टेंस लर्निंग प्रोग्राम और ऑनलाइन कोर्स के रेगुलेशन में बदलाव किया है.