कोयला संकट: रेलवे ने 42 ट्रेनों की 713 ट्रिप रद्द कर दी! ताकि कोयला वाहक ट्रेनों का संचालन बढ़ाया जा सके
Coal crisis: भारत में 70% बिजली कोयले यानी थर्मल पॉवर प्लांट से बनती है, और देश में इस समय कोयले का संकट गहराता जा रहा है. भारत के 16 राज्यों में 8 से 10 घंटे की बिजली कटौती की जा रही है. इस बिजली संकट से देश की राजधानी दिल्ली भी अछूती नहीं रह गई है. हालत ऐसे हो गए हैं कि सिर्फ कुछ ही दिनों के कोयले का स्टॉक बचा है. ऐसे में रेलवे को 42 ट्रेनों की 713 ट्रिप्स को कैंसिल करना पड़ा है ताकि कोयला वाहक ट्रेनों की संख्या और रुट बढ़ाए जा सकें।
साऊथ ईस्ट सेंट्रल रेवले ने 25 मई तक यात्री ट्रेनों की 713 ट्रिप और उत्तर रेलवे की 40 ट्रिप को 8 मई तक के लिए रद्द कर दिया है। सेंट्रल इलेक्ट्रिसिटी अथॉरिटी (CEA) का कहना है कि 165 थर्मल पावर प्लांट में से 56 पॉवर प्लांट्स के पास सिर्फ 10% कोयला बचा है जबकि 26 पॉवर प्लांट के पास सिर्फ 5% स्टॉक बाकी रह गया है. देश में कोयला संकट शुरू हो गया है.
भारत में कोयला संकट की सच्चाई
भारत में कोयले का संकट दिन बी दिन बढ़ता जा रहा है, दर्जनों थर्मल पॉवर प्लांट में बिजली प्रोडक्शन पहले से बंद हो चुका है. राज्य सरकारें केंद्र से कोयले की सप्लाई बढ़ाने की मांग कर रही हैं. राज्य सरकारों का कहना है कि अगर जल्द से जल्द कोयला की सप्लाई बहाल नहीं हुई तो उनके प्रदेश में बिजली बनाने के लिए कोई चारा नहीं रहेगा।
रेलवे ने कौन सी ट्रैन कैंसिल कर दी
कोल क्राइसिस के चलते रेलवे को अपनी 43 ट्रेनों की 753 ट्रिप रद्द करनी पड़ी हैं. यह ऐसी पैसेंजर ट्रेन हैं जिनके रद्द होने से रेलवे को खास नुकसान नहीं होगा, लेकिन जो लोग इनमे सफर करते हैं उन्हें जरूर ताक़िफ़ सहनी पड़ेगी। दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे की कुल 713 यात्राएं 25 मई तक रद्द की गई हैं जबकि उत्तर रेलवे की 40 यात्राएं 8 मई तक रद्द की गई हैं.
रेलवे का कहना है कि जिन ट्रेनों को रद्द किया गया है वो उनके लिए गैर-प्राथमिकता वाली ट्रेन हैं. इनके रद्द होने से उन ट्रेनों को रुट मिलेगा जिनके माध्यम से राज्यों तक कोयले की सप्लाई होती है. बता दें की भारतीय रेवले राज्यों तक कोयला पहुंचाने का सबसे बड़ा माध्यम है. ऐसे में सरकार ने थर्मल पावर प्लांटों में कोयले की कमी से निपटने के लिए देश भर में कोयले की रेक की आवाजाही को प्राथमिकता देने के लिए यात्री ट्रेनों को रद्द करने का फैसला किया है।
कोयले की कितनी ट्रेन सप्लाई में लगी हैं
सरकार का कहना है कि भारतीय रेलवे ने गुरुवार को 427 ट्रेनों में कोयले को लोड किया है। यह प्रति दिन औसतन 415 ट्रेनों की अपनी क्षमता से अधिक है, लेकिन अभी भी 453 प्रति दिन की जरूरत से कम है।
देश में कोयले की कमी नहीं है : मंत्रालय
- कोयला मंत्रालय ने शुक्रवार को एक साल पहले की अवधि की तुलना में कोल इंडिया लिमिटेड ने अप्रैल 2022 में अपने उत्पादन में 27.2 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की है, मंत्रालय का कहना है कि देश में कोयले की बिलकुल भी कमी नहीं है.
- मंत्रालय ने एक बयान में कहा कोल इंडिया लिमिटेड (Coal India Ltd (CIL) द्वारा कोयला उत्पादन में पिछले वर्ष की अवधि की तुलना में अप्रैल 2022 में 27.2 प्रतिशत की वृद्धि हुई है और कोयला प्रेषण में 5.8 प्रतिशत की वृद्धि हुई है,
- मंत्रालय ने आगे बताया कि सीआईएल के पास वर्तमान में 56.7 मीट्रिक टन कोयले का भंडार है, जबकि सिंगरेनी कोलियरीज कंपनी लिमिटेड (Singareni Collieries Company Limited (SCCL) में स्टॉक 4.3 मीट्रिक टन है, और कैप्टिव कोयला ब्लॉकों में लगभग 2.3 मीट्रिक टन स्टॉक है।
केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा है कि देश के थर्मल प्लांट में करीब 22 मिलियन टन कोयला है जो 10 दिनों के लिए पर्याप्त है और इसकी भरपाई लगातार की जाएगी.
20% growth in coal offtake and 12% growth in coal production@CoalIndiaHQ is furthering India's energy security, registering a significant increase in April'22. pic.twitter.com/qAPoOmPeFq
— Pralhad Joshi (@JoshiPralhad) April 30, 2022