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Good News: किसान भाइयों के लिए बड़ी खबर, अब पराली जलाने से मिलेगा छुटकारा, कैप्सूल ही कर देगी काम तमाम

Sanjay Patel
8 May 2023 4:54 PM IST
Good News: किसान भाइयों के लिए बड़ी खबर, अब पराली जलाने से मिलेगा छुटकारा, कैप्सूल ही कर देगी काम तमाम
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Good News: किसान भाइयों के लिए बहुत ही जरूरी खबर है। अब उन्हें पराली जलाने की समस्या से छुटकारा मिल जाएगा। पराली को जलाना नहीं पड़ेगा जिससे वायु प्रदूषण को भी खतरा नहीं पहुंचेगा।

Good News: किसान भाइयों के लिए बहुत ही जरूरी खबर है। अब उन्हें पराली जलाने की समस्या से छुटकारा मिल जाएगा। पराली को जलाना नहीं पड़ेगा जिससे वायु प्रदूषण को भी खतरा नहीं पहुंचेगा। इसके साथ ही पराली जलाने से खेत को पहुंचने वाले नुकसान से भी बचाया जा सकेगा। एक ऐसी कैप्सूल तैयार की गई है जो पराली की समस्या से निजात दिला देगी। जिसका उपयोग किसान आसानी से कर सकते हैं।

बायो डिकम्पोजर कैप्सूल खत्म करेगी पराली

फसल कटाई के बाद किसानों द्वारा खेतों में पराली जलाने का काम किया जाता है। जिससे जहां वायु प्रदूषण बढ़ता है तो वहीं जमीन की उर्वरा शक्ति पर भी इसका प्रभाव पड़ता है। किंतु अब यह समस्या हमेशा के लिए खत्म हो जाएगी। भारतीय कृषि अनुसंधान ने इस समस्या से निपटने के लिए बायो डिकम्पोजर कैप्सूल बनाया है। जिसको किसान ऑनलाइन वेबसाइट के माध्यम से भी ऑर्डर कर सकते हैं। इसके साथ ही मालवा के किसानों को एमपी शासन द्वारा समय-समय पर दिशा निर्देश और सावधानियां बरतने के लिए उपाय भी बताए जा रहे हैं। बायो डिकम्पोजर कैप्सूल से जहां पराली की समस्या समाप्त होगी तो वहीं पर्यावरण की भी सुरक्षा हो सकेगी।

ऐसे करना होगा उपयोग

खेतों की फसल कटने के बाद पराली बहुत बड़ी समस्या बन जाती है। जिसको किसान जलाकर नष्ट करते हैं। किंतु अब बायो डिकम्पोजर कैप्सूल ही पराली को नष्ट कर देगी। किसानों को इसे अपने खेतों में छिड़काव करने और कैप्सूल दवाई के रूप में उपयोग करने की सलाह दी गई है। इसके उपयोग से पराली के कुछ भागों को नष्ट करने में मदद मिलती है। यह खेत की मृदा में आवश्यक तत्वों को पुनः भरपूर बनाने में भी सहायक है।

रुकेगा वायु प्रदूषण

भारतीय कृषि अनुसंधान द्वारा बायो डिकम्पोजर कैप्सूल को इजाद किया गया है। जिससे किसानों को पराली जलाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। फसल कटने के बाद अवशेष जलाने से कई तरह की समस्याएं उत्पन्न होती हैं। इससे जहां खेतों की कमी और क्षमता को नुकसान होता है तो वहीं अवशेष जलाने से खेतों में तापमान भी बढ़ जाता है। जिससे जमीन के बंजर होने का खतरा बढ़ जाता है। इसके साथ धुएं के कारण वायु प्रदूषण भी फैलता है। इसके उपयोग से जहां वायु प्रदूषण काफी हद तक रुक सकेगा तो वहीं जमीन की गुणवत्ता भी बनी रहेगी।

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