पंजाब सरकार का बड़ा फैसला, वीआईपी की सुरक्षा ली वापस
पंजाब। हाल ही में गठित हुई पंजाब में आम आदमी पार्टी के मुख्यमंत्री भगवंत मान वीआईपी सुरक्षा को लेकर फैसला लिया है। जिससे अधिकारी से लेकर जनप्रतिनिधि तक लगभग 400 लोग सराकर के इस निणर्य से प्रभावित हो रहे है।
सुरक्षा ली वापस
राज्य के मुख्यमंत्री ने निणर्य से कई सेवानिवृत्त अधिकारी और पूर्व विधायकों की सुरक्षा सामाप्त कर दी गई है। समीक्षा बैठक के बाद सरकार ने सुरक्षा में कटौती के आदेश जारी किए हैं। इसके अलावा मुख्यमंत्री मान ने जानकारी दी थी कि राज्य में सुरक्षा को और मजबूत करने के लिए लगभग दो हजार अतिरिक्त अर्धसैनिक बल के जवानों को तैनात किया जाएगा, जिससे राज्य में अशांति पैदा करने की कोशिश कर रहे लोगो के खिलाफ सरकार सख्ती से कार्रवाई कर सकें।
दूसरी बार लिया निणर्य
दरअसल सीएम मान ने हाल ही में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह दिल्ली में मुलाकात की थी। तो वही इसके पूर्व अप्रैल माह में सरकार ने 184 लोगों की सुरक्षा वापस ले ली थी। जिसमें राज्य सरकार के पूर्व मंत्री, पूर्व विधायक और कई अन्य नेता भी शामिल थे।
पूर्व सीएम की भी सुरक्षा वापस
जानकारी के तहत सरकार ने पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी, कैप्टन अमरिंदर सिंह और उनके बेटे रनिंदर सिंह सहित कांग्रेस विधायक प्रताप सिंह बाजवारे की पत्नी के परिवार की सुरक्षा वापस ले ली थी। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक सरकार सुरक्षा वापस ले रही है क्योंकि पंजाब पुलिस पहले से ही स्टाफ की कमी का सामना कर रही है। ऐसे में अगर जवानों को सुरक्षा में तैनात किया गया तो कई मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है।