Indian Railways: 2023 से भारत में शुरू होगी वंदे मेट्रो ट्रेन और पहली स्वदेशी हाइड्रोजन ट्रेनें
Indian Railway Vande Metro & Hydrogen Train
Indian Railway Vande Metro & Hydrogen Train: भारतीय रेलवे ने बड़ा ऐलान किया है. भारत में 2023 से वंदे मेट्रो ट्रेन और पहली स्वदेशी हाइड्रोजन ट्रेन का संचालन शुरू हो जाएगा. रेलवे वंदे मेट्रो ट्रेन का डिज़ाइन तैयार करने में जुट गया है. केंद्रीय रेल मंत्री की मानें तो ये ट्रेनें मिडिल क्लास और गरीबों को ध्यान में रखते हुए बनाई जा रही हैं.
एक तरफ जहाँ रेलवे पूरे देश में रेल लाइन का जाल बिछाते हुए ऐसी जगहों में ट्रेनों का सञ्चालन शुरू कर दिया, जहाँ कभी ट्रेन चलने की कल्पना भी नहीं की जाती थी. इसके बाद अब रेलवे ने देश में स्वदेशी हाइड्रोजन ट्रेन चलाने का काम शुरू कर दिया है. इसी कड़ी में भारतीय रेलवे वंदे मेट्रो ट्रेन (Vande Metro Train) का निर्माण कर रहा है, जो 1950 और 60 के दशक में डिजाइन की गई मेट्रो का स्थान लेंगी.
भारतीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने रविवार, 18 दिसंबर को इस बात की जानकारी दी. उन्होंने ये भी कहा कि पहली पूर्णरूपेण स्वदेशी डिजाइन और निर्मित हाइड्रोजन ट्रेन दिसंबर 2023 में शुरू होगी. रेल मंत्री के मुताबिक़, वंदे मेट्रो ट्रेन का डिज़ाइन तैयार किया जा रहा है, जो आगामी वर्ष 2023 के मई या जून माह में पूर्ण होने की संभावना है.
रेल मंत्री ने बताया की हम एक विश्वस्तरीय वंदे मेट्रो डिज़ाइन कर रहें हैं, जो एक बड़ी कामयाबी होगी. अभी देश भरम में 1950 और 1960 के दशक की डिज़ाइन वाली ट्रेनों का संचालन हो रहा है. वंदे मेट्रो ट्रेन का निर्माण इतनी बड़ी संख्या में किया जाएगा की उन दशकों की सभी ट्रेनों को बदल दिया जाए.
मिडिल क्लास और गरीबों का ध्यान
मंत्री ने आगे कहा की वंदे मेट्रो ट्रेन मिडिल क्लास और गरीबों को ध्यान में रखते हुए बनाई जा रही है. इसका फोकस अमीर ग्राहकों पर बिलकुल भी नहीं है. उन्होंने कहा की अमीर लोग अपना ख्याल रख पाने में सक्षम हैं, इसलिए पीएम मोदी का फोकस मिडिल क्लास और गरीब तबके के लोगों पर है. उन्होंने बताया की पीएम मोदी के कार्यकाल में रेलवे हर भारतीय के जीवन में बड़ा परिवर्तनकारी बदलाव लाने जा रहा है.
हाइड्रोजन ट्रेनों का भी सञ्चालन होगा
रेल मंत्री ने बताया की भारत में वंदे मेट्रो ट्रेन के अलावा भारतीय इंजीनियर हाइड्रोजन बेस्ड ट्रेनों का भी डिज़ाइन तैयार कर रहें हैं. यह प्रक्रिया पहले से ही जारी है. उम्मीद है की हम दिसंबर 2023 तक देश की पहली हाइड्रोजन ट्रेन शुरू कर पाएंगे.
रेलवे के निजीकरण पर क्या कहा?
रेल मंत्री ने रेलवे के निजीकरण के सवाल पर भी जवाब दिया. उन्होंने कहा की रेलवे एक रणनीतिक क्षेत्र है और यह सिर्फ सरकार के पास रहेगा. इसका निजीकरण किसी भी सूरत में नहीं किया जाएगा और न ही मोदी सरकार की कोई मंशा है.
वंदे भारत ट्रेनों में स्लीपर कोच जुड़ेंगे
देश में चल रही वंदे भारत ट्रेनों के बारे में रेल मंत्री ने बताया की, इन ट्रेनों को यात्रियों के लिए बेहतर बनाना है, इसलिए इनमें स्लीपर क्लास जोड़े जाएंगे. अभी वंदे भारत 3 की डिज़ाइन पर काम जारी है. जिसमे स्लीपर क्लास भी होगा. इन ट्रेनों को लम्बी दुरी की यात्रा के लिए इस्तेमाल किया जा सकेगा.
इसके अलावा, मुंबई-अहमदाबाद के बीत बुलेट ट्रेन कॉरिडोर पर बात करते हुए रेल मंत्री ने कहा कि उसका काम पूरी स्पीड से चल रहा है. रेल मंत्री ने कहा कि बुलेट ट्रेन संचालन की तकनीक जटिल है, लेकिन भारतीय इंजीनियरों ने तकनीक में महारत हासिल कर ली है. उन्होंने कहा कि मुंबई-अहमदाबाद कॉरिडोर के सफल समापन के बाद रेलवे देश में 11 या 12 और कॉरिडोर बनाने का काम करेगा.