Ankita Bhandari Murder Case Update: अंकिता भंडारी हत्याकांड, शव मिलने के बाद हैरान करने वाली घटनाएं हुईं
Ankita Bhandari News Update: उत्तराखंड के गढ़वा अंकिता भंडारी (Ankita Bhandari Hatyakand) हत्याकांड का मामला और भी उलझता जा रहा है. आरोपियों की गिरफ़्तारी से लेकर पुलकित आर्य (Pulkit Arya) के रिसोर्ट पर बुलडोजर चलवाने और अंकिता भंडारी की मौत की तारीख को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं. माना जा रहा है कि आरोपियों के खिलाफ सबूतों को मिटाने के लिए बीजेपी नेता, पुलिस, प्रशासन एक हो गया है.
आरोप है कि बीजेपी के नेता विनोद आर्य (Vinod Arya) के बेटे पुलकित आर्य के रिजॉर्ट में 19 साल की अंकिता भंडारी (Ankita Bhandari) रिशेपशनिस्ट का काम करती थी, जो 1 सितम्बर की रात से लापता हो गई. आरोप लगाया गया कि पुकलित और उसके साथियों ने अनीता को चिल्ला पॉवर प्लांट की नहर में धकेल के मार डाला, क्योंकि अंकिता रिजॉर्ट में होने वाले अनैतिक कार्यों में पुलकित का साथ नहीं दे रही थी और पुलिस से इसकी शिकायत करने की बात कह रही थी. पुलकित और अंकिता की चैट सामने आई जिसमे एक VIP गेस्ट को स्पेशल सर्विस मतलब अंकिता को अपना जिस्म बेचने का दवाब बनाया गया था, अंकिता ने ऐसा करने से मना कर दिया था और शिकायत करने की धमकी दी थी. आरोप है कि इसी लिए अंकिता भंडारी को पुलकित और उसके दोस्त अंकित गुप्ता सहित एक अन्य आरोपी ने नहर में धकेल कर मार डाला
अंकिता भंडारी हत्याकांड का मामला यहां उलझा
उत्तराखंड में हुई अंकिता भंडारी की हत्या का मामला अब प्रशासन के खिलाफ शक के सवाल खड़े कर रहा है. अंकिता की हत्या होने के 4 दिन तक आरोपियों को पकड़ा नहीं गया जब मामला मिडिया के सामने आया तो भीड़ से बचाने के लिए पुलकित को पुलिस ने अरेस्ट किया, इतने दिनों से पुलिस ने पुकलित को क्यों नहीं पकड़ा?
नहर में 6 दिन रहने के बाद अंकिता का शव फूला क्यों नहीं?
अंकिता की हत्या 19 सितम्बर को हुई, और उसका शव 24 सितम्बर को चिल्ला नहर में मिला। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार, अंकिता के शरीर में चोट के निशान थे, जिनसे खून बह रहा था, उसका एक दांत टूटा था जिसपर खून के निशान थे. 5 दिन तक अंकिता का शव नहर में रहा तो पानी के कारण फूला क्यों नहीं? शव पानी के ऊपर उतरता है तो किसी और को शव क्यों नज़र नहीं आया? 5 दिन तक शव नहर में पड़ा रहा तो खराब क्यों नहीं हुआ और उसे मछलियों ने कोई नुकसान क्यों नहीं पहुंचाया? इसका मतलब अंकिता की हत्या की तारिख को लेकर प्रशासन कुछ छिपा रहा है.
बिना अनुमति के रिजॉर्ट में बुलडोजर चला
पुलकित आर्य के रिजॉर्ट में जो बुलडोजर चला उसके लिए प्रशासन ने कोई आदेश नहीं दिया था, बुलडोजर चला तो रिजॉर्ट की दीवारें नहीं सिर्फ थोड़े-बहुत छज्जे तोड़े गए, स्ट्रक्चर को कोई नुकसान नहीं हुआ.
जो रूम VIP गेस्ट के लिए बुक था उसी में आग लगी, आग किसने पुलिस को कुछ मालूम नहीं। 26 सितम्बर को रिजॉर्ट में फोरेंसिक टीम जाने वाली थी लेकिन उससे पहले ही रिजॉर्ट के कुछ कमरों में आग लगा दी गई. परिवार का आरोप है कि सबूत मिटाने के लिए रिजॉर्ट के खास कमरों में आग लगाई गई और रिजॉर्ट के कुछ हिस्सों में बुलडोजर चलवाया गया. क्योंकी प्रशासन को भी मालूम नहीं है कि आखिर बुलडोजर किसने चलवाया
VIP गेस्ट कौन था?
वो VIP गेस्ट कौन था जिसने अंकिता के साथ शारीरिक सम्बन्ध बनाने की डिमांड की थी और जिसके लिए पुलकित ने अंकिता को उसके साथ सोने के लिए कहा था. उसके लिए जो कमरा बुक था वो यहां आया या नहीं कुछ मालूम नहीं क्योंकी उस कमरे में आग लगा दी गई. अंकिता के दोस्तों ने बताया था कि वो VIP गेस्ट कई बार रिजॉर्ट में आया था. वो कौन था उसका नाम क्या है पुलिस को कुछ नहीं मालूम।
बीजेपी MLA रेणु बिष्ट हर जगह क्या कर रही थीं
जब रिजॉर्ट में बुलडोजर चला, जब रिजॉर्ट में आग लगाई गई तब वहां बीजेपी MLA रेनू बिष्ट मौजूद थी, जब अंकिता का शव मर्चुरी में रखवाया गया तो परिवार से पहले रेनू बिष्ट वहां पहुंच गई थी. बाद में आक्रोशित लोगों ने उनकी गाड़ी के शीशे तोड़े तो वो मौके से निकल गईं. जब नहर के पास अंकिता का शव मिला था तो उसके पिता और भाई देखने के लिए पहुंचे थे मगर उन्हें शव नहीं दिखाया गया था. सीधा पोर्टमार्टम करने के बाद ही उन्हें शव सौंपा गया