अमृतपाल सिंह का पूरा कच्चा चिट्ठा: ISI से ट्रेनिंग लेकर आतंकवाद फैलाने भारत आया, अपनी सेना बना रहा था
Amritpal Singh's complete raw diary: वारिस पंजाब दे (Waris Punjab De) का चीफ अमृतपाल सिंह (Amritpal Singh) खुद को सच्चा सिख बताता था लेकिन अब खुलासा हुआ है कि वो सच्चा सिख तो नहीं मगर भारत का पक्का दुश्मन जरूर है. अमृतपाल सिंह बीते 3 दिन से फरार है, पुलिस उसे ढूढ़ रही है. सिर्फ इस लिए नहीं क्योंकि उसने अपने साथियों के साथ अमृतसर पुलिस पर हमला किया बल्कि इस लिए भी क्योंकी वह एक आतंकी है.
पंजाब पुलिस ने अमृतपाल सिंह को फरार घोषित किया है. उधर ख़ुफ़िया एजेंसियों ने दावा किया है कि अमृतपाल सिंह आतंकी है और भारत में आतंक फैलाने के मकसद से वापस लौटा है.
अमृतपाल सिंह की सच्चाई
ख़ुफ़िया एजेंसियों का दावा है कि अमृतपाल सिंह के पाकिस्तानी ख़ुफ़िया एजेंसी ISI के साथ लिंक हैं
भारत आने से पहले अमृतपाल ने जॉर्जिया जाकर ISI से ट्रेनिंग ली थी
ISI ने अमृतपाल को पंजाब में आतंकवाद करने के लिए पूरा प्लान बनाकर दिया था
अमेरिका के सिख फॉर जस्टिस (SFJ) नाम के संगठन से भी अमृतपाल के संबंध हैं, वह SFJ के सोशल मीडिया हैंडल्स के लिए कई बार प्रचारों में हिस्सा ले चुका है.
ISI ने अमृतपाल जैसे कई आतंकवादियों को पनाह देने के लिए फंडिंग और हथियारों की सप्लाई की है
दुबई में रहने के दौरान अमृतपाल सिंह ISI एजेंट्स के संपर्क में आया था, उन्होंने अमृतपाल को पैसे दिए थे, जिससे उसे भारत के खिलाफ बोलने की प्रेरणा मिली थी
खुद की फ़ौज बना रहा था अमृतपाल सिंह
अमृतपाल सिंह को लेकर दावा किया गया है कि वह पुलिस और भारतीय सेना से भिड़ने के लिए खुद की आर्मी बना रहा था. इसके लिए वह बेरोजगार लोगों को निशाना बनाता और ऐसे लोगों को चुनता जो खालिस्तान समर्थक हैं, गरीब हैं और नशा करते हैं.
इस बात का खुलासा तब हुआ जब पंजाब पुलिस को अमृतपाल सिंह की घर की तलाशी के दौरान कुछ दस्तावेज मिले, पुलिस ने बताया कि अमृतपाल खालिस्तानी टास्क फ़ोर्स (KTF) की तर्ज पर अपनी सेना तैयार कर रहा था
KTF वही संगठन था जिसे भिंडरावाले ने बनाया था, Amritpal Singh खुद को Bhindranwale 2.0 बताता है. अमृतपाल ने अपनी खालिस्तानी सेना का नाम 'आनंदपुर खालसा फोर्ट' (AKF) रखा था. वारिस पंजाब दे के मेंबर्स में छापेमारी के दौरान पुलिस को कुछ जैकेट मिलीं जिनमे AKF लिखा हुआ है. जल्लूपुर खेड़ा में अमृतपाल के पैतृक घर की तलाशी के दौरान पता चला कि उसने घर के मेन गेट के पीछे बनी दीवार पर भी AKF का लोगो छपवा रखा है.
नशेड़ियों को सेना में शामिल करता था
अमृतपाल सिंह खुद को नशे के खिलाफ अभियान चलाने वाला व्यक्ति कहता है, लेकिन वो खुद नशा करने वाले लोगों को अपनी सेना में शामिल करता था. इस भर्ती के लिए उसने गैर पंजीकृत नशा मुक्ति केंद्र खोला था, जहां जो लोग आते उन्हें वह अपनी सेना में शामिल होने के लिए कहता, उनका ब्रेनवाश करता। अमृतपाल की सेना में कई लोग ऐसे हैं जो ड्रग एडिक्ट और ड्रग पेडलर हैं.
ब्रेनवाश कर उन्हें खड़कू बनाता था
पंजाब पुलिस का दावा है कि अमृतपाल युवाओं का ब्रेनवाश करता था और उन्हें खड़कू बनने के लिए प्रेरित करता था. खड़कू यानी मानव बम, जो आतंकी घटनाओं में शामिल होने वाला सबसे बड़ा हथियार होता है.