Ajay Mishra Teni: पत्रकार को गरियाने वाले मंत्री अजय मिश्रा टेनी का क्राइम रिकॉर्ड बहुत बड़ा है
Ajay Mishra Teni: बीते महीने यूपी के लखीमपुर खेरी (Lakhimpur Kheri) में हुई दिल दहला देने वाली घटना से तो आप अच्छी तरह वाकिफ होंगे, उत्तर प्रदेश के लखीमपुर से सांसद और गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के सुपुत्र ने आशीष मिश्रा ने 4 किसानों और एक जर्नलिस्ट को अपनी गाडी से कुचल कर मार डाला था ये SIT की रिपोर्ट कहती है. जिसके बाद से अजय मिश्रा टेनी को इस्तीफा देने और पार्टी से निकालने की मांग की जा रही थी।
बीते दिन एक पत्रकार ने अजय मिश्रा टेनी से उनके बेटे पर लगाए गए आरोप और बढ़ाई गई धाराओं पर सवाल कर दिया, इसके बाद मंत्री इतना आग बबूला हो गए की उन्होंने ना सिर्फ पत्रकार को गरियाया बल्कि उसको मारने के लिए झपट भी पड़े थे। खैर ये ऐसा पहला वाकिया नहीं जब टेनी ने अपनी गुंडागर्दी दिखाई हो, इनका क्रिमिनल रिकॉर्ड बहुत बड़ा और बहुत पुराना है। एक बात तो पक्की है कि गुंडा आदमी नेता बनता है या नेता बनने के बाद आदमी गुंडई करने लगता है।
बहुत पहले से अपराधों से नाता है
टेनी ने अपने आपराधिक कॅरियर की शुरुआत 1990 से की थी, तब इनपर पहला आपराधिक मामला दर्ज हुआ था, और फिर वो इतने बड़े सिस्टम बन गए की दोबरा पीछे मुड़ के नहीं देखा, वो दिन रात इतनी मेहनत किए कि 1996 में उन्हें हिस्ट्रीशीटर घोषित कर दिया गया। बाद में नोटिस को रद्द कर दिया, साल 2000 में मंत्री जी पर हत्या का मुकदमा हुआ, इसके बाद से टेनी की इमेज एक अपराधी नेता की हो गई. और अब उनके बेटे की करतूत के बाद लोग कहने लगे हैं कि लड़का पत्रकारों पर गाडी चढ़ाता है और पिता उनके मारने के लिए दौड़ता है
क्या होगा टेनी का
आज देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूपी के सांसदों के साथ एक बैठक ली है, जिसमे किसानों को गाडी से कुचल देने वाले आशीष मिश्रा के पिता राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी भी शामिल थे, एक तरह से भाजपा ना तो अजय मिश्रा को अपना पा रही है और ना ही निकाल पा रही है, पार्टी के अंदर जो भी चल रहा हो लेकिन लखीमपुर वाली घटना से बीजेपी की छवि जरूर खराब हो रही है। इसका सीधा फायदा अन्य पार्टी को मिल रहा है। वैसे देखा जाए तो दागी नेताओं पर मोदी ने हमेशा कड़ा एक्शन लिया है। अब देखना होगा कि पार्टी टेनी के मामले में क्या करती है।