Agnipath Scheme Live: चारोंतरफ आगजनी, सुसाइड और आक्रोश! आखिर क्यों भड़का देश का बेरोजगार युवा, जानिए...
Anti Agnipath Protests
Agnipath Scheme Live News: केंद्र सरकार के सेना के भर्ती 'अग्निपथ' के ऐलान के बाद देश भर में विरोध का आज तीसरा दिन है. यूपी बिहार से लेकर मध्य प्रदेश, हरियाणा समेत 7 राज्यों में जमकर प्रदर्शन हो रहें है. सबसे अधिक विरोध प्रदर्शन बिहार में हो रहा है. यहां आगजनी, तोड़फोड़ की घटनाएं काफी हद तक आगे बढ़ चुकी है. हरियाणा के रोहतक में सेना भर्ती की तैयारी कर रहे एक युवक ने सुसाइड कर लिया.
विरोध के बीच केंद्र सरकार ने गुरुवार देर रात अग्निपथ स्कीम की एज लिमिट (Age Limit Agnipath Scheme) पहले साल के लिए 21 साल से बढ़ाकर 23 साल कर दी है, लेकिन सवाल सिर्फ एज लिमिट का नहीं है.
बिहार में उग्र प्रदर्शन, ट्रेने फूंकी
सबसे अधिक सैनिकों की भर्ती के में बिहार यूपी के बाद दूसरे स्थान पर आता है. इस वजह से यहां विरोध अधिक है. बिहार के 19 जिलों में उग्र प्रदर्शन हो रहें हैं. कई ट्रेने फूंक दी गई, ट्रैक जला दिए गए. डिप्टी सीएम के घर में हमला बोला गया है. यहां हालात पूरी तरह से बेकाबू है. बवाल इतना जमकर है कि समस्तीपुर में 2, लखीसराय में 2, आरा और सुपौल में एक-एक यात्री ट्रेन में प्रदर्शनकारियों ने आग लगा दी. वहीं, बक्सर और नालंदा समेत कई जिलों में रेलवे ट्रैक पर आगजनी की गई है. आरा में सड़क पर आगजनी के बाद जाम लगाया गया है.
पॉइंट्स के जरिए समझिये अग्निपथ के विरोध का कारण क्या है?
- कोरोना के नाम पर देश में सेना भर्ती रैलियां नहीं हुईं, लेकिन इसी दौरान बंगाल, UP, पंजाब, उत्तराखंड, मणिपुर और गोवा जैसे राज्यों बड़ी चुनावी रैलियां भी हुईं और चुनाव भी हुए.
- अग्निपथ में 4 साल की तैयारी के बाद 4 साल की नौकरी और फिर बेरोजगारी.
- फिजिकल और मेडिकल के बावजूद कम से कम 10 रैलियों को अधूरा छोड़ दिया गया, अब उन्हें रद्द कर दिया गया है.
- अग्निवीरों की बिल्ले, बैज और चिह्न समेत रैंक भी अलग होगा. युवाओं को डर है कि इससे भेदभाव बढ़ेगा.
- जिन 25% अग्निवीरों को आगे 15 साल के चुना जाएगा उसका भी कोई साफ पारदर्शी तरीका नहीं.
जवान देने के मामले बिहार नंबर 2 राज्य है
15 मार्च 2021 को केंद्र सरकार ने राज्यसभा में बताया था कि तीनों सेनाओं में 13.40 लाख से ज्यादा जवान हैं. आर्मी में 11.21 लाख, एयरफोर्स में 1.47 लाख और नेवी में 84 हजार जवान और अफसर हैं. इनमें सबसे ज्यादा 2.18 लाख से ज्यादा जवान UP से आते हैं. दूसरे नंबर पर बिहार है. यहां से 1.04 लाख जवान आते हैं. यही सबसे बड़ी वजह है कि अग्निपथ योजना का बिहार में सबसे तीखा और हिंसक विरोध हो रहा है.