Acharya Swami Dharmendra Death: हिन्दू नेता आचार्य स्वामी धर्मेंद्र का निधन
Acharya Swami Dharmendra Death: हिन्दू नेता आचार्य स्वामी धर्मेद्र (Acharya Swami Dharmendra) का सोमवार को निधन हो गया. रामजन्मभूमि के लिए व्यापक आंदोलन करने वाले हिंदूवादी नेता आचार्य स्वामी धर्मेंद्र बीते एक महीने से जयपुर के SMS हॉस्पिटल में एडमिट थे और 19 सितम्बर की सुबह उन्होंने हॉस्पिटल में ही अंतिम सांसे लीं. आचार्य धर्मेद्र आंत की बीमारी से जूझ रहे थे और इसी लिए वह हॉस्पिटल में भर्ती थे.
स्वामी धर्मेंद्र की मृत्यु पर विभिन्न हिन्दू संगठनों ने दुःख जताया है, उन्होंने अपना पूरा जीवन हिन्दुओं को संगठित करने में समर्पित कर दिया। आचार्य धर्मेंद्र लम्बे समय तक विश्व हिन्दू परिषद से जुड़े थे. कुछ दिन पहले ही पीएम मोदी ने उनका हाल जाना था
कौन थे आचार्य स्वामी धर्मेद्र
Who Was Acharya Swami Dharmendra: आचार्य स्वामी धर्मेंद्र का जन्म 9 जनवरी 1942 में गुजरात के मालवाड़ा में हुआ था, उनके पिता महात्मा रामचंद्र वीर महाराज के आदर्शों और व्यक्तित्व का प्रभाव आचार्य स्वामी धर्मेद्र में साफ़ दिखाई देता था. स्वामी धर्मेंद्र जब सिर्फ 13 साल के थे उन्होंने वज्रांग नामक समाचार पत्र निकाला था. आचर्य विश्व हिन्दू परिषद के केंद्रीय मर्दर्शक मंडल में रहे थे. उन्होंने एक बार मोहन दास करमचंद्र गांधी पर विवादित टिप्पणी की थी. जीके बाद वह सुर्ख़ियों में आने लगे थे.
मैं हूं आरोपी नंबर वन
जब अयोध्या में विवादित बाबरी मस्जिद को गिरा दिया गया था उसमे लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, कल्याण सिंह, उमा भारती सहित आचार्य धर्मेद्र को भी आरोपी बनाया गया था. बाबरी विध्वंश मामले में आचार्य स्वामी धर्मेद्र ने सीना ठोंकते हुए कहा था 'मैं आरोपी नंबर 1 हूं, सज़ा से डरना क्या? जो किया सामने चौड़े में किया!
आचार्य स्वामी धर्मद्र के दो बेटे सोमेंद्र शर्मा और प्रणवेंद्र शर्मा हैं और उनकी धर्मपत्नी और बहु अर्चना शर्मा राजस्थान में समाज कल्याण बोर्ड की अध्यक्ष हैं.
आचार्य धर्मेंद्र के निधन के बाद पीएम मोदी से लेकर देश के कई बड़े नेताओं और हिन्दू संगठनों ने दुःख व्यक्त किया है