UP High Alert ! संगम में कल्पवासियों में भय की आशंका, रैणी से 1000 किलोमीटर दूर Prayagraj तक गंगा किनारे हाई अलर्ट .....
UP High Alert ! संगम में कल्पवासियों में भय की आशंका, रैणी से 1000 किलोमीटर दूर Prayagraj तक गंगा किनारे हाई अलर्ट …..
UP News : प्रयागराज / Prayagraj : उत्तराखंड के चमोली में ग्लेशियर ( Chamoli Glacier Break ) टूटने से आई तबाही में प्रशासन अलर्ट पर है। उत्तर प्रदेश सरकार ने रेणी से 1000 किलोमीटर में हाई अलर्टघोषित किया हैं। वहीं प्रयागराज में भी हाई अलर्ट घोषित किया गया है। प्रयागराज में संगम किनारे बसा कल्पवासियों का तंबू लगा शिविर में रह रहे लोगो मे भय की आशंका व्याप्त है। चमोली ( Chamoli ) में हुए हादसे में हुई तबाही लोगांे को डरा रही है।
जानकारी के अनुसार प्रशासन ने गगा किनारे के अधिकांस स्थानों को खाली कराया जा हरा है। तो वहीं इलाहाबाद में संगम मे बसे कल्पवासियों के सिविर को तो नहीं हटाया गया है लेकिन प्रशासन को हाई अर्लट कर दिया गया है।यूपी में गंगा किनारे स्थित 11 मंडलों और 27 जिलों को हाईअलर्ट कर दिया गया है। पुलिस तथा प्रशासनिक अधिकारियो केा पूरी निगरानी करने का आदेश दिया गया है। गंगा के प्रवाह को नरोड़ा और बिजनौर के दो बैराजों पर संभालने की कोशिश कर रही है.
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प्रयागराज में कल्पवास कर रहे साधू महात्मा, गृहस्त तथा पर्यटकों में भी चमोली हादसे का डर सता रहा है। लेागो में आशंका है कि कही गंगा की ताज धार में कहीं सब तबाह न हो जाय। वही कल्पवास कर रहे लेागो परिजन जो दूर गांव में दूसरे प्रदेशों मे है वह भी अपनो ंको फोन लगाकर हालचाल पूछ रहे है। लोगों को आशंका है कि अगर मां गंगा का रैाद्र रूप यहां तक रहा तेा प्रयागरात की रेत में एक माह के लिए बसा कल्पवासी तीर्थ शहर तबाह हो जायेगा।
कल्पवासियों भय जरूर है लेकिन मां गंगा के प्रति विश्वास भी है। लेागों का मानना है कि मां गंगा को जो करना होगा वह करेंगी। घर के लोगो को वही सब समझा रहे हैं। इस त्रास्दी से बचने तथा लाक कल्याण के लिए शिविरों में हनुमान चालीसा का पाठ के साथ-साथ तरह के धार्मिक आयोजन किये जा रहे है। लोगो को विश्वास है कि गंगा माई सब ठीक करेगी।
कई शिविरो मे ंचमोली हादसे मे मारे गये लोगों के लिए शोकसभाओं का आयोजन कर दो मिनट का मौन रखा गया। और मृत आत्माओं की शांति के लिए भगवान तथा मां गंगा से प्रार्थना की गई।