9 August World Tribal Day 2023: जानें 'विश्व आदिवासी दिवस' का इतिहास एवं महत्व
9 August World Tribal Day / Vishwa Adivasi Diwas 2023: आज का दिन बेहद ख़ास है। आज यानि 9 अगस्त को 'विश्व आदिवासी दिवस' के रूप में पूरी दुनिया में मनाया जाता है। इस आर्टिकल में हम ‘विश्व आदिवासी दिवस' के इस खास अवसर पर आपको इससे जुडी कुछ महत्वपूर्ण जानकारी देंगे। आइये जानते हैं 'विश्व आदिवासी दिवस' (Vishwa Adivasi Diwas 2023) के बारे में:
देश विदेश की विभिन्न सरकारों और संगठनों द्वारा आदिवासियों के उत्थान के प्रयास लगातार किए जा रहे हैं। इनके लिए विभिन्न प्रकार की योजना संचालित की जा रही हैं। आदिवासियों के विकास के उन्हें सरकारी नौकरियों में आरक्षण दिया जा रहा है। ताकि उनकी शैक्षणिक स्थिति में बदलाव हो सके। उनके बच्चे बाहर की दुनियां के बारे में समझे, जानें और विकास करें।
विश्व आदिवासी दिवस का इतिहास
बता दें की 'विश्व आदिवासी दिवस' (Vishwa Adivasi Diwas) को पहली बार संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा दिसंबर 1994 में प्राथमिक बैठक के दिन घोषित किया गया था। इसके पहले 1982 में मानव अधिकारों के संवर्धन और संरक्षण पर संयुक्त राष्ट्र के कार्यकारी दल की आदिवासी आबादी पर संयुक्त राष्ट्र की कार्यकारी पार्टी की पहली बैठक की गयी।
बता दें की अपने देश के झारखंड राज्य में 26 फीसदी आबादी आदिवासी है। जानकारी के अनुसार झारखंड में 32 आदिवासी जनजातियां रहती हैं, जिनमें बिरहोर, पहाड़िया, माल पहाड़िया, कोरबा, बिरजिया, असुर, सबर, खड़िया और बिरजिया जनजाति समूह हैं। देश की आजादी के समय झारखंड में आदिवासी जनजाति के लोगों की संख्या 35 फीसदी के करीब थी, जो कि 2011 की जनगणना के अनुसार, 26 फीसदी रह गई है। आदिवासी बाहुल्य राज्य होने के चलते झारखंड में 'विश्व आदिवासी दिवस' बेहद खास तरीके से मनाया जाता है। यहां सरकार द्वारा आदिवासी संस्कृति को सजोने के लिए विभिन्न प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। झारखण्ड के साथ ही मध्य प्रदेश में भी आदिवासी जन संख्या है। यहां के छिंदवाड़ा, शहडोल, अनुपपुर एवं अन्य जिलों में आदिवासी बसते हैं।