आज देश भर के डाक्टर रहेंगे हड़ताल पर, ओपीडी सेवा भी रहेगी प्रभावित , जाने कारण
आज देश भर के डाक्टर रहेंगे हड़ताल पर, ओपीडी सेवा भी रहेगी प्रभावित , जाने कारण
नई दिल्ली। सरकार आयुर्वेदिक डाक्टरों को भी सर्जरी करने का अधिकार देने जा रही है। इससे नाराज ऐलेपैथ के डाक्टरों ने सरकार से पहले ही अपनी नाराजगी जाहीर कर चुके हैं। उसके बाद ऐलोपैथ के डाक्टरों ने इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) के बैनर तले शुक्रवार 11 दिसम्बर को एक दिवसीय हडताल में जाने का निर्णय लिया है।
इस दिन सभी क्लीनिक, प्रायवेट अस्पताल तथा शासीकीय अस्पतालों की ओपीडी बंद रहेगी। वही आईएमए के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. राजन शर्मा ने यह कहा कि देश में फैली इस महामारी कोरोना को ध्यान में रखते हुए आपातकालीन चिकित्सा और कोविड से जुड़ी उपचार सेवाएं जारी रहेंगी। वही यह भी बताया गया है कि हडताल सुबह छह बजे से लेकर शाम छह बजे तक क्लीनिक, डिस्पेंसरी और अस्पतालों में ओपीडी सेवा ठप रहेगी।
मिश्रितपैथी को जन्म दे रही सरकार
आईएमए के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. राजन शर्मा का कहना है कि सरकार एक मिश्रित पैथी को जन्म दे रही हैं। इससे चिकित्सा के क्षेत्र में भारी विसंगति का जन्म होगा। तो वही आयुर्वेद जैसे पद्धति से इलाज करने के बजाय एलोपैथ में ज्यादा ध्यान देगे चिकित्सक। इसलिए आवश्यक है कि सरकार इस पर पूरी तरह प्रतिबंध लगाए।
वही इंटिग्रेटेड मेडिकल एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. आर पी पाराशर का कहना है कि चिकित्सा की खोज आयुर्वेद से ही हुई हैं। और इसी को उपेक्षित करना समझ के परे है। उनका कहना है कि आर्युेद में सर्जरी का उपयोग पहले के समय से किया जारहा था। इसे अब सरकार आयुर्वेद में डाक्टरो को अधिकार के रूप मे ंदेती है तेा इसमें बुरा ही क्या है। यह आयुर्वेदिक डाक्टरों का अधिकार है।
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