ऑनलाइन खरीददारी का बढ़ा ट्रेंड, खतरे में दुकानदारी, पढ़िए पूरी खबर
ऑनलाइन खरीददारी का बढ़ा ट्रेंड, खतरे में दुकानदारी, पढ़िए पूरी खबर
रीवा। कोरोना वायरस ने पूरे देश में आर्थिक मंदी निर्मित कर दी। छोटे-बड़े व्यापार सभी प्रभावित हुए हैं। हालांकि अब धीरे-धीरे सुधार होना शुरू हो गया है। लेकिन इस बीच काफी बदलाव हो चुका है। हमारा पुस्तैनी व्यापार यानी दुकानदारी खतरे में पड़ चुकी है।
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ई-कामर्स की वजह से ज्यादातर व्यापार आॅनलाइन हो गया है। हर घर में ऑनलाइन कुछ न कुछ खरीददारी हो रही है और नई जनरेशन व युवा आॅनलाइन की तरफ आकर्षित हो रहे हैं। अगर हम पूर्व की तुलना करें तो आॅनलाइन खरीददारी सिर्फ 5 से 7 प्रतिशत थी जो अब वर्तमान चार गुना बढ़ चुकी है। आने वाले दिनों में इसका प्रतिशत और बढ़ेगा। जिसका असर हमारी दुकानों पर पड़ेगा।
छोटे व्यापारी परेशान, सरकार को फायदा
वर्तमान में कोविड 19 के कारण हर व्यापारी परेशान है। कारण कि उसकी बिक्री घटी हुई है और बढ़ने के आसार भी नहीं दिख रहे हैं। किंतु सरकार को अरबों में जीएसटी प्राप्त हुआ है। इससे साफ जाहिर होता कि आॅनलाइन खरीदी का व्यापार बढ़ गया है।
ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि आने वाले दिनों में आॅफ लाइन व्यापार यानी दुकानों का व्यापार समाप्त हो जाएगा। कनफेडरेशन आॅफ आॅल इंडिया ट्रेडर्स का मानना है कि देश का अपना एक रिटेल पोर्टल होना चाहिए तभी हम भारत को आत्मनिर्भर बना पाएंगे।
पुरानी के साथ नई दुकान खोलें व्यापारी
कैट मप्र के प्रदेश सचिव अशोक दौलतानी ने कहा कि छोटे दुकानदार अपनी पुरानी दुकान के साथ एक नई ई-दुकान खोलें और समय के साथ कदम से कदम बढ़ाकर चलें और अपने व्यापार के भविष्य को सुरक्षित बनायें। समय के अनुसार दुकानों में व्यवस्था बनाएं जिससे व्यापार प्रभावित न हो। यदि किराना व्यापार को छोड़ दें तो बाकी दुकानदारी अब भी जोर नहीं पकड़ पा रही है। लोग कपड़े, शूज, बर्तन, बैग, मोबाइल, इलेक्ट्रानिक सामान आॅनलाइन खरीदी करने लगे हैं।
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