पतंजलि को झटका / राजस्थान के बाद इस राज्य की सरकार ने भी रामदेव की कोरोना दवा पर पावंदी लगाई
मुंबई. बाबा रामदेव की कंपनी पतंजलि ने कोरोना की दवा बड़े धूमधाम से लांच किया. परन्तु महज 5 घंटे बाद केंद्रीय आयुष मंत्रालय ने इसके विज्ञापन पर यह कहते हुए रोक लगा दिया की इस दवा का अभी तक क्लीनिकल ट्रायल नहीं हुआ है और न ही अप्रूवल मिला है.
इसके बाद राजस्थान सरकार ने भी बाबा रामदेव की कोरोनिल (Coronil) पर रोक लगा दी. राजस्थान सरकार का कहना है कि हमें इस दवा के क्लीनिकल ट्रायल की जानकारी नहीं है इसलिए हमने इस पर रोक लगाईं है.
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राजस्थान के बाद अब महाराष्ट्र सरकार ने भी Coronil पर पावंदी लगाते हुए कहा है की महाराष्ट्र में नकली दवाएं नहीं बिकने देंगे. महाराष्ट्र सरकार के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने कहा कि कोरोनिल के क्लीनिकल ट्रायल के बारे में अभी कोई पुख्ता जानकारी नहीं है. ऐसे में महाराष्ट्र में दवा की बिक्री पर पाबंदी रहेगी. इससे पहले मंगलवार को डिप्टी सीएम अजित पवार ने कहा था कि जिसे विश्वास हो वही, इस दवा का सेवन करे.
महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने गुरुवार को ट्विटर लिखा, ‘नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज, जयपुर यह पता लगाएगा कि क्या पतंजलि के 'कोरोनिल' का क्लीनिकल ट्रायल किया गया था? हम बाबा रामदेव को चेतावनी देते हैं कि हमारी सरकार महाराष्ट्र में नकली दवाओं की बिक्री की अनुमति नहीं देगी.’
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आयुष मंत्रालय ने भी विज्ञापन पर लगाई है रोक
पतंजलि आयुर्वेद की कोरोना दवा पर आयुष मंत्री श्रीपद नाइक ने गुरुवार को कहा कि पतंजलि को फाइनल अप्रूवल से पहले दवा का प्रचार नहीं करना चाहिए था. हमने उनसे प्रोसेस पूरा करने को कहा था, उन्होंने हमें एप्लिकेशन भेज दी है. इस बारे में जल्द फैसला लेंगे.
रामदेव ने मंगलवार को कोरोना की दवा बनाने का दावा किया था. कोरोनिल और श्वसारि नाम की दवा लॉन्च करते हुए रामदेव ने कहा था कि इनसे सिर्फ 7 दिन में मरीज 100% ठीक हो जाएंगे. सरकार ने दवा की लॉन्चिंग के पांच घंटे बाद विज्ञापन पर रोक लगा दी.
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