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देर रात मोदी सरकार ने शिक्षकों और छात्रों को दी बड़ी राहत, जरूर पढ़िए नहीं रह जायेंगे अनजान !
Aaryan Dwivedi
16 Feb 2021 11:52 AM IST
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देर रात मोदी सरकार ने शिक्षकों और छात्रों को दी बड़ी राहत, जरूर पढ़िए नहीं रह जायेंगे अनजान !देश के हजारों शिक्षकों एवं छात्रों के लिए बड़ी
देर रात मोदी सरकार ने शिक्षकों और छात्रों को दी बड़ी राहत, जरूर पढ़िए नहीं रह जायेंगे अनजान !
देश के हजारों शिक्षकों एवं छात्रों के लिए बड़ी राहत की खबर है। केंद्र सरकार ने शुक्रवार को एक अहम फैसला लेते हुए इनकी सारी डिग्रियां मान्य करने को लेकर स्वीकृति दे दी है। इसे लेकर लंबे समय से मांग चली आ रही थी, जो अब पूरी हो गई है। सरकार के इस फैसले से करीब 30 हज़ार टीचर्स-स्टूडेंट्स लाभान्वित होंगे। केंद्र और राज्य सरकार के संस्थानों से टीचर्स ट्रेनिंग कोर्स करने वाले करीब 30 हजार शिक्षकों और छात्रों को मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने शुक्रवार को बड़ी राहत दी। इन सभी की डिग्री को अब मान्य कर दिया है। बगैर मान्यता लिए इन कोर्सों को संचालित करने से एनसीटीई ने इन संस्थानों की डिग्री को अमान्य कर दिया था जिससे इन सभी का भविष्य दांव पर लग गया था। इन 30 हजार लोगों में करीब 17 हजार वर्किंग शिक्षक और करीब 13 हजार छात्र शामिल थे।मध्यप्रदेश में 17 मई के बाद होगा मंत्रिमंडल विस्तार, सीएम शिवराज ने दिए संकेत
NCTE ने जारी की अधिसूचना
इस बीच मानव संसाधन विकास मंत्रालय से जुड़ी संस्था National Council of Teacher Education नेशनल काउंसिल आफ टीचर एजुकेशन (एनसीटीई) ने एक अधिसूचना जारी कर देश के ऐसे सभी 23 संस्थानों से शैक्षणिक सत्र 2017-18 से पहले तक कोर्स करने वाले छात्रों की टीचर ट्रेनिंग से जुड़ी डिग्रियों को मान्यता दे दी है। मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि छात्रों और शिक्षकों से जुड़ी यह समस्या पिछले काफी समय से चली आ रही थी। पिछले दिनों ही यह जानकारी में लाई गई। जिसके बाद मंत्रालय ने तुरंत फैसला लिया है।1 करोड़ के गांजा की खेप के साथ 5 आरोपी पकड़ाएं, सतना पुलिस ने की कार्रवाई
23 संस्थानों ने शुरू किए थे कोर्स
केंद्र और राज्य सरकार से जुड़े देश के इन 23 संस्थानों ने जानकारी न होने के चलते अपने यहां बगैर एनसीटीई से अनुमति लिए टीचर ट्रेनिंग कोर्स शुरू कर दिया था। जबकि नियमों के तहत एनसीटीई से अनुमति लिए बगैर कोई भी संस्थान ऐसे कोर्स नहीं शुरू कर सकता है। ऐसा करने वाले संस्थानों की डिग्रियां अमान्य होंगी। [signoff]Aaryan Dwivedi
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