मध्यप्रदेश

MP के सरकारी अस्पतालों की बिगड़ने वाली है व्यवस्था, चिकित्सकों की होने वाली है बड़ी हड़ताल

MP Junior doctors strike
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सांकेतिक तस्वीर 

MP Doctors Strike: आने वाले समय मे प्रदेश के सरकारी चिकित्सकों की व्यवस्था बिगड़ने वाली है। इसका कारण यह है कि अपनी विभिन्न मांगो को लेकर चिकित्सक आगामी दिनों में हड़ताल पर जाने वाले हैं।

भोपाल- आने वाले समय मे प्रदेश के सरकारी चिकित्सकों की व्यवस्था बिगड़ने वाली है। इसका कारण यह है कि अपनी विभिन्न मांगो को लेकर चिकित्सक आगामी दिनों में हड़ताल पर जाने वाले हैं। बताते हैं कि मंगलवार को भोपाल में आयोजित चिकित्सक संघ की बैठक में इस संबंध में निर्णय लिया गया। चिकित्सकों ने अपनी मांगो को लेकर जो निर्णय लिया है उसके अनुसार सबसे पहले प्रदेश के शासकीय चिकित्सालयों में चरणबद्ध आंदोलन शुरू किया जाएगा।

मंगलवार को आयोजित प्रदेश के गांधी मेडिकल कॉलेज में मप्र चिकित्सक संघ की बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में चिकित्सकों ने हड़ताल पर जाने का निर्णय लिया। अपने चरणबद्ध आंदोलन के तहत सबसे पहले चिकित्सक आगामी 15 फरवरी को सभी चिकित्सक काली पट्टी बांध कर विरोध जताएंगे। इसके बाद 16 फरवरी को चिकित्सक 2 घंटे के लिए काम बंद करेंगे। इसके बाद भी अगर सरकार द्वारा चिकित्सकों की मांगे नहीं मानी गई तो चिकित्सक 17 फरवरी से हड़ताल पर चले जाएंगे।

गौरतलब है कि प्रदेश के चिकित्सक कॉफी लंबे समय से केन्द्र सरकार की तरह समयबद्ध पदोन्नति लागू करने की मांग कर रहे थे। अपनी मांग को मनवाने के लिए ही प्रदेश के सभी विभागां के चिकित्सकों महासंघ बनाया है। महासंघ की ओर से 27 जनवरी को ग्वालियर से चिकित्सा बचाओ, चिकित्सक बचाओ यात्रा शुरू की गई थी। यह यात्रा प्रदेश के समस्त जिलों के साथ 13 सरकारी मेडिकल कॉलेजों तक पहुंची। मंगलवार को भोपाल के गांधी मेडिकल कॉलेज में यात्रा का समापन हुआ। इस दौरान महासंघ ने चिकित्सकों को हड़ताल पर जाने की जानकारी दी।

गौरतलब है कि अगर चिकित्सा शिक्षा विभाग और स्वास्थ्य विभाग के अलावा दूसरे विभागां के सरकारी चिकित्सक एक साथ हड़ताल पर जाते हैं तो प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था पूरी तरह से पटरी से उतर जाएगी। अस्पताल में भर्ती और आने वाले मरीजों की क्या स्थिति होगी इसका सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है।

वर्जन

मेडिकल टीचर्स एसोसिएशन ने 2019 में डीएसीपी और पूर्ण सातवां वेतनमान देने की मांग कर आंदोलन किया था। तब सीएस ने मांगे पूरी करने का आश्वासन दिया था। लेकिन मांग आज तक नहीं मानी गई। जिसके कारण महासंघ ने हड़ताल पर जाने का निर्णय लिया है।

डा. राकेश मालवीय, मुख्य संयोजक महासंघ

Suyash Dubey | रीवा रियासत

Suyash Dubey | रीवा रियासत

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