मध्यप्रदेश

एमपी: फीस के लिए विद्यार्थी को सजा देना पड़ा भारी, समाप्त होगी स्कूल की मान्यता, दर्ज होगी FIR

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जावरा- विद्यार्थियों द्वारा कई बार फीस जमा न करने पर विद्यालय प्रबंधन द्वारा विद्यार्थियों को क्लास से निकालने, अपमानित करने सहित अन्य सजा दी जाती है।

जावरा- विद्यार्थियों द्वारा कई बार फीस जमा न करने पर विद्यालय प्रबंधन द्वारा विद्यार्थियों को क्लास से निकालने, अपमानित करने सहित अन्य सजा दी जाती है। एक ऐसे ही मामले में फीस जमा न करने वाले विद्यार्थी को परेशान करने वाले विद्यालय की मान्यता पर खतरा आ गया है। बताया गया है कि फीस जमा न करने पर छात्राओं को कक्षा के बाहर धूप में खड़ा करने के मामले में कलेक्टर सूर्य कुमार सूर्यवंशी ने स्कालर्स पब्लिक स्कूल के खिलाफ एफआईआर करवाने और मान्यता निरस्त करने का निर्देश दिया है।

गौरतलब है कि 11 नवंबर को महिदपुर गेट निवासी शांतिलाल धाकड़ ने एसडीएम व कलेक्टर से शिकायत की थी। अपने शिकायती आवेदन में आवेदक ने कहा था कि उनकी तीन बेटियां स्कॉलर्स विद्यालय में पढ़ती है। बेटियों की आधी फीस जमा है आधी बची हुई है। इसको लेकर विद्यालय प्रबंधन ने बेटियों को क्लासरूम के बाहर धूप में खड़ा कर दिया। इस मुद्दे को लेकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद द्वारा विद्यालय पहुंच कर नारेबाजी की थी।

एसडीएम हिमांशू प्रजापति ने बताया कि इस मामले को गंभीरता से लेते हुए सोमवार को आयोजित टीएल बैठक में कलेक्टर द्वारा विद्यालय के खिलाफ कार्रवाई किए जाने का निर्देश दिया है। इसी मामले में जिला शिक्षा अधिकारी केसी शर्मा से जब पूछा गया तो उन्होने बताया कि मुझे विद्यालय के नाम के बारे मे जानकारी नहीं है। फाइल देख कर ही बता पाएंगे।

सही पाई शिकायत

इस मामले में बीईओ जीएल आर्य ने बताया क मामले की शिकायत मिली थी। जांच में शिकायत सही पाई गई थी। बाद में विद्यालय प्रबंधन और अभिभावक के बीच समझौता किए जाने की बात सामने आई थी। इस बारे मे डीईओ के माध्यम से कलेक्टर सर को बता दिया जाएगा। विद्यालय संचालिका दिशा कोठारी ने बताया कि कुछ गलतफहमी के कारण अभिभावक ने शिकायत कर दी थी। अब अभिभावक संतुष्ट है।

Suyash Dubey | रीवा रियासत

Suyash Dubey | रीवा रियासत

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