मध्यप्रदेश

शहडोल : कलेक्टर ने बसों में चढ़कर की जांच, आपातकालीन विंडो मिली बंद

Aaryan Dwivedi
19 Feb 2021 4:15 PM IST
शहडोल : कलेक्टर ने बसों में चढ़कर की जांच, आपातकालीन विंडो मिली बंद
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शहडोल। सीधी में हुई बस दुर्घटना के प्रदेश में बसों की चेकिंग शुरू हो गई है। शहडोल जिले में भी जिला प्रशासन जाग गया है। जिला कलेक्टर सतेंद्र खुद बसों की और इस बात का पता लगाया कि शहडोल जिले के बस मालिक किस तरह से बसों का परिवहन कर रहे हैं। कलेक्टर ने यात्रियों से बातचीत करते हुए उन्हें समझाइस दी। कलेक्टर को जांच बसों की जांच के दौरान यह पता चला कि बस संचालक किस तरह से नियमों को ताक में रखकर वाहन चला रहे हैं। बसों की जांच में पाया कि जहां आपात कालीन विंडो है वहां पर भी सवारी सीट डालकर कमाई की जा रही है। यह स्थिति अमूमन सभी बसों में दिखाई दी। 

कलेक्टर ने बसों में चढ़कर की जांच, आपातकालीन विंडो बंद मिली

शहडोल। सीधी में हुई बस दुर्घटना के प्रदेश में बसों की चेकिंग शुरू हो गई है। शहडोल जिले में भी जिला प्रशासन जाग गया है। जिला कलेक्टर सतेंद्र खुद बसों की और इस बात का पता लगाया कि शहडोल जिले के बस मालिक किस तरह से बसों का परिवहन कर रहे हैं। कलेक्टर ने यात्रियों से बातचीत करते हुए उन्हें समझाइस दी। कलेक्टर को जांच बसों की जांच के दौरान यह पता चला कि बस संचालक किस तरह से नियमों को ताक में रखकर वाहन चला रहे हैं। बसों की जांच में पाया कि जहां आपात कालीन विंडो है वहां पर भी सवारी सीट डालकर कमाई की जा रही है। यह स्थिति अमूमन सभी बसों में दिखाई दी।

किए गए परमिट व फिटनिस निरस्तःजिन बसों की हालत ठीक नहीं मिली और उसमें खामियां मिली उनके फिटनिस प्रमाण पत्र और परमिट को निरस्त करने की कार्रवाई आरटीओ ने की। हालांकि मौके पर मौजूद बस एसोसिएशन के पदाधिकारियों से आरटीओ ने यह कहा है कि सोमवार तक जो भी बसों में कमियां हैं उसे पूरा कर लें। कलेक्टर द्वारा की गई इस कार्रवाई की आम जनों में तारीफ की जा रहीं है। वहीं यह भी कहते सुना गया कि यदि ऐसी जांच-परख हमेशा चलती रहे तो कोई भी वाहन चालक नियम के विरुद्ध नहीं चल सकता है, उन्हें मौका ही नहीं मिल पायेगा।

ओवरलोड बसों पर की कार्रवाई

कलेक्टर की जांच के दौरान आरटीओ टीम भी मौजूद रही। जहां सड़कों पर दौड़ने वाली ओवरलोड बसों पर कार्रवाई की गई ऐसे वाहनों को जब्त कर लिया गया है। लगभग 26 बसों की चेकिंग कर कमी पाए जाने पर एक लाख आठ हजार रूपये समन शुल्क वसूल किया । जिन बसों में ड्राईवर व कंडक्टर वर्दी में नहीं मिले उन पर भी कार्रवाई की गई है। बसों अन्य कमियां पाई जिन्हें पूरा करने के निर्देश कलेक्टर द्वारा दिये गये।

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