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Samvida Karmchari In MP: बड़ा ऐलान! सभी संविदा कर्मचारी होंगे Regular?
Samvida Karmchari In MP | Samvida Karmchari In Madhya Pradesh: मध्य प्रदेश के विभागों में कार्यरत संविदा कर्मचारियों के दिन बदलने वाले हैं। पूर्व मे 4 जुलाई को प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान ने संविदा कर्मचारियों को कई सम्मानजनक उपहार स्वरूप घोषणा की थी। पता चल रहा है कि इन घोषणाओं पर भी अमल हो चुका है। वही अब प्रदेश के मुखिया ने संविदा कर्मचारियों को नियमितीकरण का तोहफा दे सकती हैं। इसके लिए विभागों से जानकारी मांगी गई है। इतना ही नहीं रेगुलर करने के बाद सरकार पर कितना आर्थिक बोझ आएगा इस पर भी आकलन करने के लिए वित्त विभाग को कहा गया है। कुल मिलाकर देखा जाए तो शिवराज सरकार चुनाव से पहले संविदा कर्मचारियों को नियमितीकरण का तोहफा दे सकती है।
क्या थी सीएम शिवराज की घोषणा MP Samvida Karmchari | Madhya Pradesh Samvida Karmchari
याद दिलाते चलें कि 4 जुलाई को भोपाल के मोतीलाल नेहरू स्टेडियम में संविदा कर्मचारियों का सम्मेलन आयोजित किया गया था जिसमें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान शामिल हुए थे। सीएम ने संविदा कर्मचारियों को प्रतिवर्ष अनुबंध की प्रक्रिया समाप्त करने, नियमित कर्मचारियों के समान वेतन, रिटायरमेंट पर ग्रेजुएट और एनपीयस का लाभ देने की घोषणा की थी। इसका लाभ संविदा कर्मचारियों को मिल रहा है।
विभागों से मांगी जानकारी MP Samvida Karmchari Kab Niyamit Honge | Madhya Pradesh Samvida Karmchari Kab Niyamit Honge
पता चल रहा है कि वित्त विभाग ने सभी विभागों से संविदा कर्मचारियों की जानकारी मांगी है। साथ ही वित्त विभाग द्वारा विभागों से पूछा गया है कि किसी बड़ी घोषणा पर कितना वित्तीय भार आएगा। इसके लिए वित्त विभाग ने 4 दिन का समय विभागों को दिया है। जानकारी प्राप्त होने के पश्चात या सामान्य प्रशासन के पास भेजा जाएगा इसके पश्चात वित्त विभाग के प्रमुख इसका आकलन करेंगे। माना जा रहा है कि यह पूरी प्रक्रिया संविदा कर्मचारियों को नियमित करने को लेकर चल रही है। अब देखना यह है कि इस पर सरकार कब और क्या निर्णय लेती है।
सभी को खुश करने में लगी सरकार Samvida Karmchari MP Me Kab Niyamit Honge | Samvida Karmchari Madhya Pradesh Me Kab Niyamit Honge
चुनाव के पहले प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान सभी को खुश करना चाह रहे हैं। ज्यादातर विभागों में कार्यरत कर्मचारियों की मांगे पूरी करने की ओर कदम बढ़ा दिया गया है। सरकार हर किसी को कुछ ना कुछ देना चाह रही है। इसका सबसे बड़ा कारण आने वाला विधानसभा चुनाव को माना जा रहा है। विधानसभा चुनाव वर्ष 2023 के अंत में होना है। भाजपा पिछले विधानसभा चुनाव के जैसे सत्ता गवाना नहीं चाह रही है। वह पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाने के लिए प्रयासरत है।