- Home
- /
- मध्यप्रदेश
- /
- रीवा
- /
- रीवा: खुशीराम की जगह...
रीवा: खुशीराम की जगह करा दिया युवक विवेक का अंतिम संस्कार, डॉक्टर राकेश पटेल निलंबित
रीवा (विपिन तिवारी) : युवक का शव गायब होने के बाद मचे बवाल ने प्रबंधन की लापरवाही उजागर कर दी. गलत नाम का टैग लगाने से खुशी राम की जगह विवेक कुशवाहा का अंतिम संस्कार करा दिया गया था. प्रारंभिक जांच में लापरवाही की पुष्टि हो गई है. इस मामले में कमिश्नर ने सह प्राध्यापक मेडिसिन राकेश पटेल को निलंबित कर दिया है. शव के इस खेल में अस्पताल प्रबंधन और प्रशासनिक अधिकारियों के घिनौने कृत्य भी सामने आए हैं.
रीवा: भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ा ग्राम पंचायत अमाव, फर्जी बिल के सहारे लाखों रुपये का हुआ बंदरबांट
परिजनों ने मौत का सौदा करने का आरोप भी सीएमओ पर लगाया है. ज्ञात हो कि मऊगंज निवासी विवेक कुशवाहा पिता रामविशाल कुशवाहा 22 वर्ष की तबीयत रक्षाबंधन के बाद खराब हुई थी. मऊगंज में डॉक्टर से इलाज कराया गया. राहत नहीं मिली तो अस्पताल में भर्ती कर दिए. संजय गांधी अस्पताल में पहले आईसीयू में रखा गया. बाद में कोविड सेंटर में डाल दिया गया था. बेटे को कोविड सेंटर में भर्ती कराकर पूरी रात पिता नीचे ही रहा.
सुबह विवेक की मौत हुई तो पिता को जानकारी तक नहीं दी गई. कोविड सेंटर पहुंचते ही बेटा एक रात में ही लाश में बदल गया. शव सीधे मच्र्युरी भेज दिया गया. विवेक की मौत के दूसरे दिन 9 अगस्त को मृतक का शव देखने के लिए बुलाया गया. दूसरे दिन पहुंचे तो अस्पताल से विवेक का शव गायब मिला. इस पर जमकर हंगामा मचा.
रीवा: भू-मालिकों को खुश कर देने वाली खबर, पढ़िए पूरी खबर
रविवार को परिजनों ने प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाया. प्रबंधन भी शव गायब होने के बाद सकते में रहा. देर रात तक परिजनों के साथ शव की तलाश कराता रहा, लेकिन कुछ पता नहीं चला. सोमवार को भी जब शव परिजनों को नहीं मिला तो उन्होंने हल्ला बोल दिया. परिसर में जमकर बवाल मचा. गांव से रिश्तेदार परिजन अस्पताल पहुंच गए. मऊगंज के पूर्व विधायक भी पहुंचे. हंगामा मचा तो मामले की जांच बैठा दी गई. शाम को रिपोर्ट आई और इस मामले में खानापूर्ति करते हुए सह अध्यापक मेडिसिन को निलंबित कर दिया गया. हालांकि मामले की जांच अभी जारी है. एडीएम को जांच की जिमेदारी सौंपी गई है.
रीवा: महिला कांग्रेस नेत्री को बदनाम करने के लिए सोशल मीडिया पर वायरल किया जा रहा अश्लील वीडियो
ऐसे हुई लापरवाही :
कोविड वार्ड में विवेक कुशवाहा और खुशी राम की टैगिंग करने में लापरवाही बरती गई. विवेक कुशवाहा के टाई बैग में खुशीराम के नाम की पर्ची लगा दी गई और खुशी राम के टाइबैग में विवेक के नाम की पर्ची लगा दी गई. दोनों बैग मच्र्युरी में रखवा दिए गए. अंतिम संस्कार के लिए नगर निगम की टीम पहुंची तो उन्हें खुशीराम का टाइबैग बिना चेक किए ही सुपुर्द कर दिया गया. यही वजह है कि परिजनों को विवेक के टाइबैग में एक बुजुर्ग का शव मिला.
सिंगरौली के ASI की रीवा में मौत, कोरोना पॉजिटिव होने के बाद SGMH में थें भर्ती
कोविड सेम्पलिंग नहीं हुई थी :
विवेक कुशवाहा की रिपोर्ट को लेकर पुलिस थाना में पॉजिटिव की जानकारी देकर परिजनों को भ्रमित किया गया. दरअसल रात को कोविड सेंटर में विवेक को भर्ती किया गया था. सुबह सेपल लेने की तैयारी थी. सेपल लेने के पहले ही विवेक की सांसे टूट गई. इसके बाद कोविड सेपल लिया ही नहीं गया. संदिग्ध रहते ही उसकी मौत हो गई थी.
शाम को निरीक्षण करने पहुंचे कलेटर, कमिश्नर :
शव गायब होने की घटना के बाद पूरा प्रशासन एलर्ट हो गया है. सोमवार को कलेक्टर इलैया राजा टी और कमिश्नर राजेश जैन संजय गांधी अस्पताल निरीक्षण करने पहुंचे. वार्डों का निरीक्षण किया. इसके अलावा वार्ड में भर्ती हुए मरीजों की जानकारी ली. डॉक्टर ों केा बेहतर ट्रीटमेंट देने और जिमेदारी का निर्वहन करने की समझाइश दी.
सह प्राध्यापक मेडिसिन डॉ राकेश पटेल को कमिश्नर ने किया निलंबित
मामले को लेकर गाज महज एक चिकित्सक पर गिरी है. मेडिसिन विभाग के सह प्राध्यापक डॉ राकेश पटेल को कमिश्नर राजेश कुमार जैन ने निलंबित कर दिया है.
रीवा: लाखों का भ्रष्टाचार करने वाले इंजीनियर की पेंशन से की जा रही वसूली, आर्थिक नुकसान पहुंचाने का आरोप
ख़बरों की अपडेट्स पाने के लिए हमसे सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर भी जुड़ें:
Facebook, Twitter, WhatsApp, Telegram, Google News, Instagram