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रीवा: TRS COLLEGE और GDC कॉलेज के जनभागीदारी अध्यक्षों की छुट्टी, HED का आदेश जारी
अब सत्ताधारी दल के कार्यकर्ताओं को मिलेगा मौका
रीवा। रीवा के TRS College के जनभागीदारी अध्यक्ष दिवाकर द्विवेदी की नियुक्ति निरस्त हो गई। ऐसे ही GDC की जनभागीदारी अध्यक्ष नगर निगम की पूर्व नेता प्रतिपक्ष कविता पाण्डेय का मनोनयन भी समाप्त हो गया। इस बाबत उच्च शिक्षा विभाग (HED) ने बुधवार को आदेश जारी कर दिए। विभाग के सचिव ने जारी आदेश में सभी सरकारी महाविद्यालयों की जनभागीदारी समितियों के अध्यक्ष पद पर हुए मनोनयन को तत्काल प्रभाव से निरस्त कर दिया है।
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गौरतलब है कि सभी सरकारी महाविद्यालयों में जनभागीदारी समिति का गठन होता है। इस समिति का अध्यक्ष किसी शिक्षाविद् को बनाने का नियम है परंतु हमेशा सरकारों द्वारा अपनी पार्टी के नेताओं को समिति के अध्यक्ष पद पर बैठा दिया जाता है। गत दिसबर 2018 में प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने पहले भाजपा के कार्यकर्ताओं को जनभागीदारी समिति के अध्यक्ष पद से हटाया। फिर अपने कार्यकर्ताओं को समिति में जगह दी।
अब फिर से प्रदेश में भाजपा की सरकार आ गई है, लिहाजा महाविद्यालयों की समिति से कांग्रेस कार्यकर्ताओं को हटाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। इसके बाद भाजपा के कार्यकर्ता शीघ्र ही इस अध्यक्ष पद पर सुशोभित होते नजर आयेंगे।
इन महाविद्यालयों में भी हुई थी नियुक्ति
महाविद्यालयीन शिक्षा का इस तरह राजनीतिकरण करने से छात्रों पर बुरा असर पड़ता है परंतु अब तक इसका ध्यान सरकारों द्वारा कभी नहीं दिया गया। बहरहाल, तकरीबन दस माह पहले जिले के 5 सरकारी महाविद्यालयों में जनभागीदारी अध्यक्ष नियुक्त हुए थे।
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इनमें TRS College, Girls Degress College (GDC) के अलावा मऊगंज, गुढ़ व नईगढ़ी स्थित सरकारी महाविद्यालय शामिल हैं। जिनकी जनभागीदारी समिति के अध्यक्ष की नियुक्ति विभाग ने निरस्त कर दी है।
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