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रीवा में छूट देने पर अभी तक कोई फैंसला नहीं, फिलहाल आज कुछ नहीं खुलेगा
रीवा में छूट देने पर अभी तक कोई फैंसला नहीं, फिलहाल आज कुछ नहीं खुलेगा
रीवा। रीवा को लॉकडाउन से छूट नहीं मिलेगी। सब कुछ पहले जैसा ही यथावत रहेगा। कार्यालय, दुकानें नहीं खुलेंगे। प्रशासनिक अदूरदर्शिता और लापरवाही ने लॉकडाउन में छूट का इंतजार और बढ़ा दिया है। फिलहाल इस पर फैसला एक दिन बाद ही होगा। डिस्ट्रिक्ट क्राइसिस कमेटी की बैठक बुलाई जाएगी, इसमें फैसला लेने के बाद लॉकडाउन में ढील का निर्णय लिया जा सकेगा। 20 अप्रैल से लॉकडाउन में काफी हद तक रियायत के आदेश थे। पीएम ने इसकी घोषणा की थी। सर्कुलर भी जारी हुआ था। प्रदेश स्तर पर भी केन्द्र के सर्कुलर को ही फॉलो करने की बात की गई थी।
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20 अप्रैल से लॉकडाउन में छूट मिलने का फायदा तो सभी जिलें उठाएंगे, लेकिन रीवा इससे अछूता रह जाएगा। रीवा के लोगों को फिलहाल सोमवार तक किसी भी तरह की रियायत मिलने की उमीद नहीं है। सरकारी कार्यालयों और दुकानों को खोलने की तैयारी में जुटे अधिकारी और व्यापारियों को प्रशासनिक अव्यवस्था ने जोर का झटका दिया है। अब सोमवार को जिला संकट प्रबंधन समिति की बैठक बुलाई जाएगी। सभी सदस्यों से चर्चा की जाएगी। इसके बाद ही लॉकडाउन में छूट का फैसला लिया जाएगा। तब तक सब कुछ पहले जैसा ही बंद रहेगा। लोग घरों से नहीं निकलेंगे। दुकानें नहीं खुलेंगे। उद्योग और धंधों की बात करना बेमानी ही होगी।
कार्यालय शुरू करने की थी तैयारी
सोमवार से सरकारी कार्यालयों में शोसल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए काम शुरू करने की तैयारी थी। कर्मचारियों का ड्यूटी रोस्टर भी तैयार हो चुका था। हालांकि जिला प्रशासन से आदेश में हुई देरी के कारण अधिकारियों ने भी कार्यालयीन स्तर पर कोई निर्णय नहीं लिया। अब सोमवार को सरकारी कार्यालय भी नहीं खुलेंगे।
देर रात तक होता रहा इंतजार
लॉकडाउन में छूट को लेकर सुबह से ही कलेक्टर तैयारी में लगे रहे। कर्मचारियों को आदेश बनाने में लगा दिए थे। सभी को बंगला भी तलब किए, लेकिन देर रात तक आदेश पर मुहर नहीं लग पाई। लॉकडाउन में छूट को लेकर अधिकारियों के पसीने छूट रहे हैं। उन्हें डर है कि लॉकडाउन में छूट का आदेश जारी हुआ तो लोगों को घरों में अंदर रोक पाना मुश्किल होगा। इसी डर से अधिकारी आदेश जारी करने में हिचक रहे हैं। फैसले में देरी की वजह भी कुछ यही मानी जा रही है।
सतना और सिंगरौली में दी गई रियायत
रीवा जिला सतना और सिंगरौली से पीछे ही रह गया। सतना में अस्पताल, नर्सिंग होम, क्लिनिक, डायग्नोस्टिक सेंटर, केमिस्ट, फार्मेसी, जनऔषधि केन्द्र, मेडिकल उपकरण की दुकानों को छूट दी गई है। पशु चिकित्सा औषधालय, पैथॉलाजी लैब, दवा की बिक्री, एबुलेंस का आवागमन, पशु चिकित्सा कर्मियों, वैज्ञानिक, नर्सों, पैरा मेडिकल स्टाफ कर्मचारियों को छूट दी गई है। कृषि के क्षेत्र में कृषि उत्पादों की खरीद, उपार्जन में लगी एजेंसियों का संचालन, हार्वेस्टर, ट्रेक्टर आदि फार्म मशीनरी एवं कस्टम हायरिंग सेंटर, उर्वरक , बीज और कीटनाशक की दुकान, गौशाला, पशु आश्रय गृह, पोल्ट्री फार्म, मछली पालन संबंधी व्यवसाय को छूट दी जाएगी। किराना, आवश्यक सामान की राश नदुकानों, स्वच्छता की वस्तुएं, फल, सजियां, डेयरी, दूध, मुर्गी, मांस, मछली, पशु चारा , प्रसारण, डीटीएच, केबल सेवाओं, आईटी, आईटी समक्ष सेवाएं, 50 फीसदी मैनपॉवर के साथ, कोल्ड स्टोरेज, इलेक्ट्रीशियन, आईटी मरमत, प्लंबर, मोटर यांत्रिकी, बढ़ई आदि की सेवाएं शुरू की जा रही हैं।
इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में सड़क, सिंचाई, पेयजल परियोजनाओं , भवनों का निर्माण, नगरीय निकाय की सीमा के अंदर निर्माण कार्य शुरू होंगे। सभी कार्यस्थलों में काम शुरू करने का निर्णय भी लिया गया है। इसके अलावा और भी कई चीजों में छूट दी गई है। हालांकि रीवा में सतना-सिंगरौली जैसा कुछ भी सोमवार को देखने में नहीं मिलेगा।