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एमपी में संयुक्त पंजीयक का रीडर 20 हजार रुपए रिश्वत लेते गिरफ्तार
सहकारिता विभाग में पदस्थ संयुक्त पंजीयक का रीडर 20 हजार रुपए रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया है। फरियादी द्वारा जैसे ही रीडर को रिश्वत दी गई लोकायुक्त पुलिस ने उन्हें दबोच लिया। रिश्वत की यह राशि फरियादी को ज्वाइनिंग करवाने की एवज में मांगी गई थी। लोकायुक्त की इस कार्रवाई के बाद मौके पर हड़कम्प की स्थिति निर्मित हो गई।
क्या है मामला
लोकायुक्त से की गई शिकायत में फरियादी सुरेश सोनी द्वारा बताया गया कि वह बरगी सेवा सहकारी समिति में समिति अधिकारी के पद पर पदस्थ था। सीनियर होने के बाद भी उससे जूनियर को वरिष्ठ सहायक समिति के पद पर पदस्थ कर दिया गया। जिसके कारण उसने सहकारिता संयुक्त संचालक कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। संयुक्त पंजीयक कोर्ट द्वारा सुरेश सोनी के पक्ष में फैसला सुना गया। जिसके बाद कोर्ट का आदेश लेकर फरियादी सहकारिता विभाग पहुंचे। इसके बाद भी कोर्ट के आदेश पर गौर नहीं किया गया। लिहाजा सहकारिता कोर्ट ने इसे अवमानना माना। इस दरमियान संयुक्त पंजीयक के रीडर राकेश कौरी द्वारा फरियादी से चर्चा कर उसका साथ देने के लिए 20 हजार रुपए की मांग की गई।
ज्वाइनिंग करवाने की एवज में मांगी रिश्वत
जबलपुर सहकारिता विभाग में पदस्थ संयुक्त पंजीयक के रीडर राकेश कुमार कौरी को लोकायुक्त ने ट्रेप किया है। बताया गया है कि फरियादी सुरेश सोनी की आज पेशी थी जिसके कारण वह सहकारिता न्यायालय आए थे। जहां संयुक्त पंजीयक के रीडर द्वारा उनसे 20 हजार रुपए की मांग की गई। इसके साथ ही उन्होंने यह आश्वासन भी दिया कि आज ही आपकी वरिष्ठ समिति अधिकारी ज्वाइनिंग करवा दी जाएगी। इस दौरान जैसे ही फरियादी सुरेश ने रीडर को रिश्वत की रकम दी लोकायुक्त पुलिस ने उन्हें दबोच लिया। यहां उल्लेखनीय है कि सरकारी विभागों में भ्रष्टाचार का बोलवाला है। लोकायुक्त की ताबड़तोड़ कार्रवाइयों के बाद भी रिश्वतखोरी का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है।