मध्यप्रदेश

एमपी के सतना में मजदूर का होनहार बेटा बना सिविल जज

Viresh Singh Baghel | रीवा रियासत
1 May 2022 7:58 AM IST
Updated: 2022-05-01 02:37:42
Satna Shivkant Kushwaha News
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सतना जिले के अमरपाटन क्षेत्र में रहने वाला मजदूर परिवार का बेटा सिविल जज परीक्षा में हुआ चयनित।

Satna Shivkant Kushwaha Civil Judge News: लक्ष्य पाने का अगर किसी में जज्बा होता तो ही उसे कामयाबी चूमती है। भले ही कठिन परीक्षा लें लेकिन सफलता मिलती हैं। ऐसा ही कुछ कर दिखाया सतना जिले के अमरपाटन का रहने मजदूर का होनहार बेटा शिवकांत कुशवाहा ने। उसने कठिनाईयों के बीच भी अपनी पढ़ाई नहीं छोड़ी और तैयारी करने में जुटा रहा। जिसका परिणाम रहा कि आज वह सिविल जज में चयनित हुआ है। उसके इस चयन से पूरे क्षेत्र में खुशी का माहौल है।

5वें प्रयास में मिली सफलता

होनहार शिवाकांत घर ने परिवार चलाने में अपने माता-पिता की मदद करने के साथ-साथ अपनी पढ़ाई को बंद नहीं किया। वकालत की पढ़ाई करने के बाद उन्होने कोर्ट में प्रैक्टिस भी शुरू की, लेकिन उनका सपना था जज बनने का और इसके लिए वे तैयारी में लगे रहे। वे सिविल जज की परीक्षा में 4 बार असफल हुए, लेकिन लक्ष्य को पाने के लिए पीछे नही हटे और आखिरी मौके पर उन्हे 5वी बार सफलता मिली।

पिता करते है मजदूरी

शिवकांत के पिता कुंजीलाल मजदूरी करते हैं। चार भाई बहनों में दूसरे नंबर के शिवकांत की मां भी मजदूरी करती थी लेकिन कैंसर की बीमारी से उनकी मौत हो गई। बेहद गरीबी के हालात के बीच शिवकांत ने भी अपनी पढ़ाई पूरी करने के लिए सब्जी का ठेला लगाया, गन्ने का जूस बेचा। शिवाकांत ने बताया कि घर की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी। माता- पिता मजदूरी करते थे। घर मे चूल्हा तभी जलता था जब मजदूरी में मिले पैसो से शाम को राशन खरीदा जाता था।

मां की प्रेरणा से हासिल किया मुकाम

शिवकांत का कहना है कि मां पढ़ाना चाहतीथी लेकिन आर्थिक हालात अच्छे नहीं थे लिहाजा उन्होंने भी सब्जी का ठेला लगाना शुरू कर दिया। गर्मी के मौसम में गन्ने का ज्यूस भी बेचा। ​​​मां ने कहा था कि पढ़ लिख कर कुछ बन जाओ। आज भले ही मां नही हैं लेकिन मेरी यह सफलता उन्हें ही समर्पित है।

Viresh Singh Baghel | रीवा रियासत

Viresh Singh Baghel | रीवा रियासत

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