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एमपी पुलिस की अनोखी पहलः महिलाएं व छात्राएं 'बेटी की पेटी' में कर सकेंगी अपनी शिकायतें
अपनी किसी भी तरह की समस्या बताने के लिए महिलाओं व छात्राओं को थाने के चक्कर लगाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। एमपी की उज्जैन पुलिस द्वारा इनके लिए अनोखी पहली प्रारंभ की गई है। जिससे महिलाओं व छात्राओं को काफी सहूलियत होगी। पुलिस द्वारा एक पेटी लगवाई जा रही है जिसे बेटी की पेटी नाम दिया गया है। जिसके जरिए वह अपनी शिकायत कर सकेंगी।
पुलिस तत्काल लेगी एक्शन
एमपी उज्जैन के गर्ल्स कॉलेज, स्कूल ओर कोचिंग सेंटर के बाहर एक शिकायत पेटी लगाने की अनोखी पहल खाचरौद थाना पुलिस द्वारा प्रारंभ किया गया है। बेटी की पेटी नामक इस पेटी में छात्राएं और महिलाएं अपनी गोपनीय शिकायत कर सकेंगी। इन समस्याओं को प्राचार्य द्वारा पेटी खोलकर बाहर निकाला जाएगा और पुलिस को इससे अवगत कराएंगे। जिस पर पुलिस द्वारा तत्काल एक्शन लिया जाएगा। इसमें डाली गई शिकायत को गोपनीय रखते हुए त्वरित एक्शन लिया जाएगा।
एक माह बाद खुलेगी पेटी
बेटी की पेटी में समस्या के त्वरित समाधान के लिए वरिष्ठ महिला अधिकारी और महिला हेल्प डेस्क के मोबाइल नंबर भी चस्पा किए गए हैं। जिन पर फोन कर महिलाएं व छात्राएं अपनी समस्याओं की जानकारी भी प्रदान कर सकती हैं। बताया गया है कि बेटी की पेटी को हर एक महीने के बाद खोला जाएगा। स्कूल के प्राचार्य इसे खोलेंगे और समस्याओं से संबंधित थाने को अवगत कराएंगे। जिसके बाद पुलिस द्वारा शिकायत का निराकरण किया जाएगा।
निःसंकोच कर सकेंगी अपनी शिकायत
खाचरौद थाना पुलिस के मुताबिक पुलिस ने एमपीपी-कॉप एप भी बनाया था। इसके साथ ही निर्भया मोबाइल यूनिट भी बनाई गई। किन्तु यह सामने आया कि कुछ महिलाओं द्वारा अपनी शिकायत सही तरह से नहीं कर पा रही हैं। तो कुछ लड़कियां भी मोबाइल से अपनी शिकायत करने में संकोच करती हैं। ऐसे में बेटी की पेटी की शुरुआत की गई है। जिसमें छात्राएं व महिलाएं निःसंकोच अपनी शिकायत कर सकेंगी।
इनका कहना है
इस संबंध में एसडीओपी पुष्पा प्रजापति ने बताया कि बेटी की पेटी का मुख्य उद्देश्य उन बालिकाओं व महिलाओं के लिए है जो अपनी शिकायत थाने में जाकर नहीं कर सकती हैं। अपनी समस्याओं व दुर्व्यवहार को वह परिजनों से बताने में भी संकोच करती हैं। ऐसे में यह पेटी उनकी समस्याओं का निराकरण करने में काफी कारगर साबित होगी। पुलिस द्वारा पूरी संवेदनशीलता और सहानुभूति के साथ उनकी समस्याओं का निराकरण करते हुए कार्रवाई की जाएगी।