मध्यप्रदेश

एमपी: महाविद्यालयों में अब 12 महीने पढ़ाएंगे अतिथि विद्वान, आयुक्त ने जारी किया आदेश

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MP News: अतिथि विद्वानों के लिए हायर एजुकेशन (Higher Education) द्वारा एक अहम निर्णय लिया गया है। लिए गए निर्णय के अनुसार मौजूद शैक्षणिक सत्र में अतिथि विद्वान पूरे 12 माह कक्षाओं में पढ़ाएंगे।

MP college guest faculty service continue: सेवा समाप्ति से भयभीत अतिथि विद्वानों के लिए हायर एजुकेशन (Higher Education) द्वारा एक अहम निर्णय लिया गया है। लिए गए निर्णय के अनुसार मौजूद शैक्षणिक सत्र में अतिथि विद्वान पूरे 12 माह कक्षाओं में पढ़ाएंगे। इस संदर्भ में विभाग के आयुक्त दीपक सिंह द्वारा जिलों के प्राचार्यों को आदेश जारी कर दिया गया है। आदेश में स्पष्ट किया गया है कि 30 जून 2022 की स्थिति में कार्यरत को ही 1 जुलाई से प्राचार्य 12 माह के लिए आमंत्रित करेंगे। इस संबंध में आयुक्त दीपक सिंह ने समस्त प्राचार्यां को आदेश भी जारी कर दिया है। जिसमें कहा गया है कि प्राध्यापक, सहायक प्राध्यापक, ग्रंथपाल और क्रीडा अधिकारी के स्वीकृत पदों के विरूद्ध उन्हीं अतिथि विद्वानों फिर से आमंत्रण दिया जाएगा जो 30 जून 2022 की स्थिति में कार्यरत हैं। फालेन आउट के लिए पूर्व की भांति पोर्टल के माध्यम से कार्रवाई की जाएगी। मानदेय भी 15 सौ रूपए प्रति कार्य दिवस दिया जाएगा। इधर अतिथि विद्वानों का कहना है कि विभाग में जो अनिश्चितता की स्थिति बनी है उसे दूर किया जाना चाहिए। विद्वान संघ के प्रदेश अध्यक्ष देवराज सिंह का कहना है कि वर्ष भर कक्षाओं में पढ़ाने का आदेश तो जारी किया गया है, लेकिन हमारे साथियों का नियमितिकरण कब होगा। इस विषय में भी विभाग को तत्काल निर्णय लेना चाहिए।

आदेश से राहत

अतिथि विद्वानों मोर्चा के प्रदेश प्रवक्ता शंकरलाल खरबड़िया का कहना है कि विद्वानों के भविष्य के लिए न तो किसी प्रकार की कोई कटौती होती है, न यूजीसी और न राज्य सरकार के नियमानुसार वेतनमान, छुट्टी दी जाती है। सरकार द्वारा आदेश जारी करने से अतिथि विद्वानों ने राहत की सांस ली है। लेकिन नियमितिकरण न होने से वह अब भी निराश है। वर्ष 2016 से चली आ रही निरंतरता को आगामी सत्र के लिए बढ़ाने से अतिथि विद्वान परिवारों का आर्थिक आधार सुधरेगा। नियमितिकरण को लेकर सरकार को तुरंत निर्णय लेना चाहिए।

Ankit Pandey | रीवा रियासत

Ankit Pandey | रीवा रियासत

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