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एमपी के लिए भारी पड़ेंगे अगले 24 घंटे, इन जिलों में 115 एमएम तक बारिश के आसार, अलर्ट जारी
Weather Update
MP Weather Latest Update: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में मानसून (Monsoon) पूरी तरह सक्रिय हो गया है. कई जिलों में लगातार रुक-रुक कर बारिश हो रही है. कई इलाके जलमग्न हो गए हैं. इसी बीच मौसम विभाग ने एक बार फिर प्रदेश के कई जिलों में भारी बारिश की आशंका जताई है.
यहां होगी भारी बारिश
आगामी 24 घंटों के लिए मौसम विभाग ने मध्य प्रदेश के नर्मदापुरम संभाग के जिलों में तथा छिंदवाड़ा, सिवनी, बालाघाट, मंडला, बुरहानपुर, खंडवा, बड़वानी, अलीराजपुर, झाबुआ, रतलाम, देवास एवं मंदसौर जिले में भारी वर्षा की चेतावनी दी है. मौसम विभाग ने यह जानकारी भी दी है कि इस दौरान 64.5 से 115.5 एमएम तक वर्षा हो सकती है.
भारी वर्षा की संभावना
— Jansampark MP (@JansamparkMP) July 8, 2022
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नर्मदापुरम संभाग के जिलों में तथा छिंदवाड़ा, सिवनी, बालाघाट, मण्डला, बुरहानपुर, खण्डवा, बडवानी, अलीराजपुर, झाबुआ, रतलाम, देवास एवं मंदसौर जिलों में कहीं-कहीं भारी वर्षा की संभावना है।@Indiametdept #WeatherUpdate #WeatherForecast pic.twitter.com/CQKwSuYc69
इन जिलों में नहीं होगी भारी बारिश
मौसम विभाग ने इंदौर,उज्जैन, भोपाल, चंबल, ग्वालियर, शहडोल एवं जबलपुर संभागों के जिलों में वर्षा या गरज चमक के साथ बौछारें आने की उम्मीद जताई है. मौसम विभाग के अनुसार रीवा एवं सागर संभागों के जिलों के कुछ स्थानों में बारिश हो सकती है यहां किसी भी प्रकार की भारी बारिश की चेतावनी नहीं जारी की गई है.
पोल, ट्रांसफार्मर से दूर रहने की अपील
बिजली कंपनी ने उपभोक्ताओं, आम नागरिकों सो बारिश के दिनों में पोल, तार, ट्रांसफार्मरों से पर्याप्त दूरी बनाए रखने की अपील की है। मप्र पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी ने कहा कि कई बार तेज हवा, आंधी, तेज वर्षा के साथ ही लाइनों के पास से पेड़, होर्डिंग्स आदि गिरने की वजह से तार टूट सकते है। करंट लिकेज की वजह से भी नीचे करंट उतर जाता है, ऐसे में पोल, ट्रांसफार्मर, तार से दूरी बनाए रखने पर हादसे से बचा जा सकता है। यदि लाइन, पोल के पास कोई पेड़ या शाखा गिरी हो तो शाखा, पेड़ को भी हाथ न लगाए।
उपभोक्ता या आम नागरिकों द्वारा करंट, फाल्ट या बिजली संसाधनों को लेकर कोई भी आकस्मिक सूचना टोल फ्री नंबर 1912 या अपने क्षेत्र के बिजली अधिकारी को दी जा सकती है। प्रत्येक बिल पर भी संबंधित क्षेत्र के प्रभारी अधिकारी के नंबर दर्ज होते है। बिजली कंपनी ने अपने कर्मचारियों और अधिकारियों से भी बारिश के दौरान कार्य करते समय सुरक्षा मापदंडों का पालन करने के निर्देश दिए है।