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नायब तहसीलदार और बाबू रिश्वत लेते लोकायुक्त के हत्थे चढ़े : MP NEWS
बैतूल। शुक्रवार को रीवा लोकायुक्त ने तहसीलदार और बाबू को रिश्वत लेते दबोचा तो शनिवार को भोपाल लोकायुक्त टीम ने नायब तहसीलदार को रिश्वत लेते पकड़ा है। वहीं इंदौर लोकायुक्त बाबू को रिश्वत के साथ गिरफ्तार किया है। लोकायुक्त टीम ने नायब तहसीलदार को 10 हजार रुपये की रिश्वत लेते पकड़ा है। उक्त कार्रवाई बैतूल जिले के भीमपुर में की गई है। लोकायुक्त टीम से प्राप्त जानकारी के अनुसार पीड़ित ने शिकायत दर्ज कराई थी कि नायब तहसीलदार द्वारा रिश्वत की मांग की जा रही है।
बताया गया है कि नायब तहसीलदार बीडी तमखानिया द्वारा सील हो चुकी दुकान को दोबारा खोलने के बदले 10 हजार रुपये की मांग की गई थी। जिस पर कार्रवाई करते हुए भोपाल लोकायुक्त एसपी पीड़ित रुपये देकर नायब तहसीलदार के पास भेजा। पीड़ित से जैसे ही नायब तहसीलदार रिश्वत के रुपये लिये तभी लोकायुक्त की टीम ने गिरफ्तार कर लिया।
पीड़ित ने युवराज ने बताया है कि उनके पिता की गजानंद ड्राई फ्रूट नाम की दुकान है। जिसे कोरोना के समय सील कर दिया गया था। 19 मार्च 2021 को युवराज नायब तहसीलदार के पास दुकान खुलवाने की मांग करने पहुंचे जहां नायब तहसीलदार ने 10000 रुपये रिश्वत की मांग की गई। मामले की शिकायत पीड़ित द्वारा लोकायुक्त भोपाल से की गई जिसके बाद शनिवार को नायब तहसीलदार को रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया।
बड़वानी में बाबू पकड़ा गया
इंदौर लोकायुक्त ने एक बाबू को रिश्वत लेते पकड़ा गया है। आरोप है कि बाबू ने बढ़ई के लाइसेंस का रिनुवल करने के बदले 3 हजार रुपये मांग गये थे। बीते 25 मार्च को अंजड़ निवासी गौतम पुत्र रामदेव पवार ने इंदौर लोकायुक्त में शिकायत दर्ज कराई थी कि वन मंडल अधिकारी कार्यालय बड़वानी के बाबू इंदरराज सिसोदिया द्वारा बढ़ई के लाइसेंस के रिनुअल करने के नाम पर 3 हजार रुपये मांगी जा रही है। जहां 2500 रुपये में सौदा तय हुआ। जहां टीम ने शनिवार को 2500 रुपये रिश्वत के साथ पीड़ित को बाबू के पास भेजा। जैसे ही बाबू ने रिश्वत के रुपये लिये उसी समय लोकायुक्त टीम ने दबोच लिया। लोकायुक्त टीम ने भ्रष्टाचार का मामला दर्ज कर लिया है।