मध्यप्रदेश

एमपी के विदिशा में जान जोखिम में डाल पोकलेन मशीन पर सवार होकर पुल पार कर रहे ग्रामीण

Sanjay Patel
28 Jun 2023 1:23 PM IST
एमपी के विदिशा में जान जोखिम में डाल पोकलेन मशीन पर सवार होकर पुल पार कर रहे ग्रामीण
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MP News: मध्यप्रदेश के विदिशा में ग्रामीण पुल पार करने के लिए अपनी जान को खतरे में डाल रहे हैं। जिसकी एक तस्वीर सामने आई है जो हर किसी को झकझोर कर रख सकती है।

मध्यप्रदेश के विदिशा में ग्रामीण पुल पार करने के लिए अपनी जान को खतरे में डाल रहे हैं। जिसकी एक तस्वीर सामने आई है जो हर किसी को झकझोर कर रख सकती है। विदिशा के ग्यारसपुर इलाके में पुल का निर्माण कार्य चल रहा है। जिसकी वजह से लोगों को एक पार से दूसरे पार जाने में काफी परेशानी होती है। ऐसे में वह पोकलेन के पंजे में सवार होकर पुल को पार कर रहे हैं।

पोकलेन के पंजे में कर रहे सवारी

एमपी के विदिशा में ग्यारसपुर इलाके में कोटरा नदी पर डेढ़ करोड़ की लागत से पुल का निर्माण कार्य किया जा रहा है। समय पर निर्माण कार्य खत्म नहीं हो सका। अब बारिश का दौर भी प्रारंभ हो चुका है। ऐसे में लोगों को एक छोर से दूसरे छोर जाने के लिए काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। हैदरगढ़ से गैरतगंज को जोड़ने वाले पुल को पार करने के लिए ग्रामीण पोकलेन मशीन के पंजे में बैठकर सवारी कर रहे हैं। सूत्रों की मानें तो यह पुल एक माह पहले ही बनकर पूरा हो जाना था। किंतु ठेकेदार की लापरवाही और सिस्टम की अनदेखी की वजह से बारिश आने के बाद भी यह निर्माण कार्य पूरा नहीं हो सका है। जिससे लोगों को आवाजाही में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

जान जोखिम में डाल कर रहे नदी पार

विदिशा में हैदरगढ़ से गैरतगंज को जोड़ने वाले पुल को पार करने के लिए ग्रामीण पोकलेन का सहारा ले रहे हैं। जिसकी तस्वीर भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। पुल का निर्माण कार्य पूरा नहीं होने से ग्रामीणों की परेशानी बढ़ गई है। हैदरगढ़ और गैरतगंज के आसपास के एक दर्जन गांवों के रहवासी जान जोखिम में डालकर नदी पार कर रहे हैं। ऐसा नहीं है कि इस पुल के अलावा कोई दूसरा रास्ता नहीं है। एक और रास्ता भी किंतु उससे दूरी लगभग पांच किलोमीटर तक बढ़ जाती है। वहीं बारिश की वजह से उस कच्चे मार्ग पर वाहन भी मिट्टी में फंस जाते हैं अथवा बंद हो जाते हैं। कच्ची सड़क होने के कारण जैसे-तैसे लोग उससे पार जा पाते हैं। इस पुल का निर्माण एक माह पहले पूरा हो चाहिए था जो अब तक नहीं हो सका है।

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