मध्यप्रदेश

एमपी सरकार का दावा फेल, 38 लाख बेरोजगारों ने कराया रजिस्ट्रेशन, केवल 21 लोगों को मिली नौकरी

एमपी सरकार का दावा फेल, 38 लाख बेरोजगारों ने कराया रजिस्ट्रेशन, केवल 21 लोगों को मिली नौकरी
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हाल के दिनों में तो सरकार का झूठ सरकार के द्वारा विधानसभा में दिए गए एक प्रश्न के उत्तर से उजागर हो गया।

मध्यप्रदेश के साथ ही देश में बेरोजगारों की स्थिति कुछ ठीक नहीं है। दिनोंदिन बेरोजगारी बढ़ रही है और सरकार आपने सच्चे झूठे वायदे पेश कर लोगों को लुभाने में लगी हुई है। हाल के दिनों में तो सरकार के झूठ सरकार के द्वारा विधानसभा में दिए गए एक प्रश्न के उत्तर से उजागर हो गया। आइए हम भी जाने सरकार में किस के सवाल पर क्या जवाब दिया और कौन सा झूठ लोगों के सामने आ गया।

सरकार ने क्या दिया था उत्तर

मध्यप्रदेश में बेरोजगारों की हालत ठीक नहीं है। किस बात की जानकारी मध्यप्रदेश विधानसभा के बजट सत्र में खेल एवं युवा मामलों के मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया ने जाटों के प्रश्न के उत्तर में बताया। जाटों ने अपने उत्तर में बताया कि अप्रैल 2020 से फरवरी 2023 के बीच स 3780679 शिक्षित और 112470 अशिक्षित व्यक्तियों ने एमपी के पोर्टल पर अपना रजिस्ट्रेशन करवाया है। इसी अवधि में सरकार द्वारा 21 लोगों को नौकरी दी गई है। इसके अलावा बताया गया है कि 251577 लोगों को रोजगार मेले में निजी औद्योगिक संगठनों से नौकरी का ऑफर दिया गया है।

मुख्यमंत्री मंत्री की घोषणा का महत्व

कई छोटे बड़े आयोजनों में मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने घोषणा करते हुए लाखों लोगों को रोजगार देने की बात कही है। अभी भी कहा गया है कि एक लाख सरकारी भर्तियां की जाएंगी। कई भर्तियों के लिए आवेदन का दौर शुरू है। देखना यह है कि प्रदेश के कितने बेरोजगारों का भला सरकार रोजगार देकर कर पा रही है। ऐसा ही हाल मध्य प्रदेश के वित्त मंत्री का भी है उनके द्वारा पेश किए गए बजट में इस बात की जानकारी दी गई है के इस साल एक लाख युवाओं को मध्य प्रदेश सरकार नौकरी देगी।

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